बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं के नारे से भटकी सरकार

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ओबरी।। उपतहसील मुख्यालय क्षेत्र का कन्या शिक्षा हेतु बीस गांवो का एकमात्र राजकिय बालिका सेकेंडरी विद्यालय है, जिसे बंद कर महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की तैयारी में है। एक तरफ सरकार बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ का नारा देकर बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने की बात कर रही है, वहीं दुसरी तरफ सरकार उसी बालिका विद्यालय को बंद कर वहां महात्मा गांधी विद्यालय खोल रही है। क्षेत्र का एक मात्र बालिका माध्यमिक विद्यालय होने से विद्यालय में कक्षा छह से दसवी तक का नामांकन 170 है जिसमें नवमी कक्षा में 70 और दसवीं कक्षा 65 का नामांकन है बालिका विद्यालय बंद होने से उन सभी बालिकाओं के कंधे से बस्ते उतर जाएंगे और वह चौका चुल्हा संभालती नजर आएंगी। सरकार द्वारा हाल ही में डूंगरपुर जिले में पांच नए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोलने पर निर्णय हुआ है। दुख की बात तो यह है कि यह सभी विद्यालय बालिका विद्यालय में ही खोले जाएंगे।

यथावत रहे, अन्य खाली पड़े विद्यालय भवन में हो शिफ्ट

सरकार यदि महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय अन्य खाली पड़े विद्यालय भवनों में शिफ्ट कर बालिका विद्यालय को यथावत संचालित करे तो क्षेत्र की गरीब आदिवासी, अन्य समाज की बालिकाओं एवं उनके अभिभावकों को परेशानी नहीं होगी। जिले में पहले से ही बालिका विद्यालयों की संख्या काफी कम है और अब उन्हें ही बंद कर देने से बालिका शिक्षा पर असर पड़ेगा। जबकि अंग्रेजी स्कूल संचालित के लिए कस्बे में दो स्कूलों का विकल्प है राजकीय प्राथमिक अम्बेडकर स्कुल हरिजन बस्ती, कुडीया फला स्कूल।

मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को दिया ज्ञापन

उपतहसील मुख्यालय क्षेत्र का कन्या शिक्षा हेतु बीस गांवो का एकमात्र राजकिय बालिका सेकेंडरी विद्यालय जिसे बंद कर महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय करने पर जिपंस माया कलासुआ, पंचायत समिति सदस्य दुर्गा बामणिया, पंसस योगेश खांट, पुर्व प्रधान शंकरलाल डेचा, बिलिया बडग़ामा सरपंच आजाद कलासुआ, डेचा सरपंच गंगा डामोर, फावटा सरपंच रूपलाल परमार, ओबरी पुर्व सरपंच शंकरलाल रोत, पुर्व उपसरपंच नटवरलाल पटेल, पहाड़सिंह, नागेन्द्रसिंह, हरेन्द्रसिंह, नानजी, रूपजी सहित क्षेत्र के लोगों ने राजकिय बालिका सेकेंडरी विद्यालय को यथावत रखने एवं महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय को ओबरी में अन्य कम नामांकन वाले विद्यालय में शिफ्ट करने को लेकर सागवाड़ा तहसीलदार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौपा।

‘क्षेत्र का एक मात्र बालिका माध्यमिक विद्यालय बंद करके महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में खेलने को लेकर सरकार की बालिकाओं की शिक्षा के प्रति मंशा को लेकर विरोध दर्ज कर सरकार के दोहरा रवैया अपनाने को लेकर असहमति जताई। बालिकाओं की शिक्षा को लेकर जो अन्याय हो रहा है उसके खिलाफ जिला परिषद में आवाज उठाई जाएगी। साथ ही विद्यालय को यथावत रखने एवं विद्यालय को जल्द ही उच्च माध्यमिक विद्यालय बनवाने को जल्द ही विरोध प्रर्दशन किया जाएगा। – ‘  माया कलासुआ, जिला परिषद सदस्य ’

आज‘ पन्द्रह ग्राम पंचायतों का एक मात्र बालिका विद्यालय ओबरी में है। जिसको यथावत रखना सरकार की जिम्मेदारी है अगर सरकार बालिका विद्यालय को बंद करती है तो जल्द उग्र विरोध किया जाएगा। विद्यालय को माध्यमिक से उच्च माध्यमिक बनवाने की बजाय सरकार उसे बंद कर रही है। गरीब आदिवासियों एवं अन्य समाज की बालिकाओं के शिक्षा के हक की लड़ाई जारी रखी जाएगी। – ‘ दुर्गा बामणिया, पंचायत समिति सदस्य ’

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