डूंगरपुर कलेक्ट्रेट और कोर्ट बना कोरोना हॉट स्पॉट, 26 कार्मिको के पॉजिटिव आने से हड़कंप
डूंगरपुर । जिले में कोरोना संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इधर डूंगरपुर कलेक्ट्रेट व कोर्ट ने एक साथ 26 कार्मिको के कोरोना पोजिटिव आने से एक परिसर में बने डूंगरपुर कलेक्ट्रेट और कोर्ट कोरोना का हॉट स्पॉट बन गया है। इधर बड़ी संख्या में कोरोना केस आने के बाद नगरपरिषद की टीम ने कलेक्ट्रेट व कोर्ट परिसर को सेनेटाइज करवाया गया ।
डूंगरपुर जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। डूंगरपुर में 8 दिनों में 253 पॉजिटिव केस आये है। दो दिन पहले एडीएम कृष्णपालसिह चौहान के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से कलेक्ट्रेट व कोर्ट में बड़े पैमाने पर कोरोना सैम्पलिंग करवाई गई। इन सेम्पलिंग में से 26 कार्मिको की रिपोर्ट पोजिटिव आई। इसमें 18 केस कलेक्ट्रेट ओर 8 केस कोर्ट परिसर से है। इसमे कर्मचारी ओर वकील की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इधर डूंगरपुर कलेक्ट्रेट ओर कोर्ट से बड़ी संख्या में आये पॉजिटिव मरीजों से कंयूनिटी स्प्रिड का खतरा भी बन गया है। डूंगरपुर में कोर्ट और कलेक्ट्री एक ही परिसर में बने हुए है। दोनों ही विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों का दिन में कई बार कामकाज के लिए मिलना होता है। ऐसे में पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करना मुश्किल है। सीएमएचओ डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे है। सैंपलिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है। इससे पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे है ओर उनका इलाज भी किया जा रहा है।
वही डूंगरपुर एसडीएम मणीलाल तीरगर ने बताया कि कलेक्ट्री परिसर को सेनेटाइज करवा दिया है। कार्यालय में जरूरी कर्मचारियों को ही बुलाया जा रहा है। जिन कार्यालय में पॉजिटिव मरीज आये है उन्हें 72 घंटे के लिए सील कर दिया है। सभी कर्मचारियों को सुरक्षा के साथ काम करने के निर्देश भी दिए गए है।
डूंगरपुर कलेक्ट्रेट व कोर्ट परिसर में बड़ी संख्या में कोरोना मरीजो के आने के बाद बुधवार को नगरपरिषद की ओर से सेनेटाइज करवाया गया। दोनों परिसर के सभी कमरों को नगर परिषद की टीम की ओर से सेनेटाइज किया गया। वहीं बुधवार को ऑफिस खुलने के बाद कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। कलेक्ट्री से लेकर कोर्ट परिसर खाली नजर आए। जिन अधिकारियों व कर्मचारियो के जरूरी काम थे वहीं आये। इस कारण कई कमरे खाली नजर आए। वहीं कलेक्ट्री में हर रोज नजर आने वाली भीड़ भी गायब रही।