डूंगरपुर। शराब तस्करी करते ट्रक चालक को भगाने के मामले जांच के लिए डीएसपी के साथ पहुंचे कांस्टेबल की तबियत खराब होने से मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस महकमे के साथ ही परिवार के लोगो में भी गम का माहौल है। बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के रतनपुर चौकी पुलिस ने 29 अगस्त को शराब से भरा एक ट्रक पकड़ा था। मामले में एसपी ने शराब तस्करी कर रहे ट्रक चालक को भगाने के आरोप में 2 कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया था। वही मामले की जांच सागवाड़ा डीएसपी को दी गई थी। सागवाड़ा डीएसपी नरपत सिंह आज बुधवार शाम को जांच के लिए रतनपुर चौकी पहुंचे। उनके साथ कांस्टेबल किरीट भट्ट (30) भी साथ था। रतनपुर चौकी में पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज करने के बाद डीएसपी जाने की तैयारी कर रहे थे। उसी समय अचानक कांस्टेबल किरीट भट्ट की तबियत बिगड़ गई। किरीट के हाथ पैर मुड़ने लग गए और जमीन पर गिरने जैसा हो गया। पास में ही खड़े हेड कांस्टेबल सुशील कुमार और कांस्टेबल वसीम खान ने उसे देख पकड़ा। डीएसपी नरपत सिंह उसे अपनी ही कार से बिछीवाड़ा अस्पताल लेकर गए। हालत नाजुक होने पर वहा से रेफर कर दिया। डूंगरपुर हॉस्पिटल में फिजिशियन डॉ आजेश डामोर ने काफी प्रयास किए, लेकिन उसकी जान नही बच सकी और मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के मृत घोषित करते ही डीएसपी नरपत सिंह भी फूट फुटकर रोने लगे। डीएसपी बोले किरीट मेरा सबसे लाडला सिपाही था। वही किरीट के मामा, मौसाजी समेत परिवार के लोग पहुंच गए। मौसाजी ने बताया की किरीट के पिता की मौत के बाद वह उनके पास ही रहकर बड़ा हुआ है। किरीट की एक पत्नी और 6 महीने का बच्चा है। घटना की सूचना पर एसपी राशि डोगरा भी अस्पताल पहुंची और पूरी घटना की जानकारी ली। कल गुरुवार को शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई होगी।