क्षत्राणियों ने समाज मे फैली कुरीतियों को बन्द करने का कदम उठाते हुए बनाए कड़े नियम, शादी ब्याह में मांस, मदिरा के साथ दहेज प्रथा पर लगाई रोक
आसपुर। वागड़ क्षत्रिय महासभा ग्रामीण मंडल के ग्राम इकाई खेड़ा कच्छवासा की बैठक सोमवार को आयोजित हुई । बैठक में खेडा कच्छवासा के ठाकुर वीरेंद्र सिंह ,कांठल चौखले की ग्राम इकाई खेड़ा अध्यक्ष हिम्मत सिंह, कांठल चौखले के महिला अध्यक्ष अरुणा कुंवर राजावत के आतिथ्य में आयोजित हुई।
समाज को एक नई दिशा देने का किया आह्वान
बैठक में क्षत्राणियों ने सामाजिक रीती रिवाज में फैली कुरीतियों और अनावश्यक रीतिरिवाजों को सर्वसम्मति से बहिष्कार कर बंद करने का निर्णय लिया गया। समाज मे फैली कुरीतियों को बन्द करने में महत्वपूर्ण नियम बनाए एवं इसे लागू कर समाज को एक नई दिशा देने का आह्वान किया।
सामाजिक रीती रिवाज में फैली कुरीतियों पर लगाम लगाने के निर्णय
बैठक में विशेष रूप से जैसे, विवाह में तिलक संस्कार (टिका) नही लेना, और नही देना, वेवण प्रथा, पताशा प्रथा, चुंदड़ी दस्तूर, व परिवार की किसी की मृत्यु होने पर, ससुराल पक्ष से सोने की अंगूठी, या अन्य कोई भी भेंट स्वीकार करने पर, पूर्णतया पाबंदी रहेगी। पडले में, बाहरी दिखावा न कर, मात्र पांच जोड़ी कपड़े, नई दुल्हन के लिए मंगल सूत्र, व बाजु एक सोने का ही ले जाना मान्य रहेगा। युवा पीढ़ी में, मृत्यु हो जाने पर द्वादशी के रोज, मीठा भोजन न बनाने,शादी ब्याह में, मांस मदिरा का सेवन न करने,शोकाकुल परिवार से सोगिया, केवल परिवार वाले ही जाएंगे, अन्य नही, अन्य कई कुरूतिया जो, समाज को आर्थिक रूप से, समाज को खोखला कर रहे है, इन पर प्रतिबंध लगाया। समाज के किसी परिवार द्वारा, इन नियमो का पालन नही करने पर, सामाजिक रूप से दंडित करने का निर्णय, सर्व सम्मति से लिया जाएगा।
इनकी रही उपस्थिति
बैठक को, वीरेंद्र सिंह, हिम्मत सिंह, हितेंद्र सिंह, अरुणा कुंवर, चंदा कुंवर, सिद्धि कुंवर ने संबोधित किया। इस अवसर पर रामसिंह, गोपाल सिंह, सूर्य वीर सिंह, संग्राम सिंह, जसवंत सिंह, हरिसिंह, प्रहलाद सिंह, किशोर सिंह, भानुप्रताप सिंह, अजय प्रताप सिंह, हर्षवर्धन सिंह, पुष्पराज सिंह सहित कई समाजजन मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अंजना कुंवर चौहान ने किया।