गायत्री शक्तिपीठ में तैयार आयुर्वेदिक ओषधीय काढ़े से लंपी वायरस पीड़ित गोवंश में दिखे आश्चर्यजनक सुधार के संकेत
गायत्री शक्तिपीठ के जिला संयोजक ने पत्रकार वार्ता कर दी जानकारी
सागवाड़ा | जिलेभर में लंपी स्किन डिजीज महामारी गोवंश के लिए जानलेवा समस्या बन चुकी है। प्रदेशभर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लंपी वायरस से बचाव के लिए इलाज और दवाई बनाने के काफी प्रयास किये जा रहे है। वही डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा में गायत्री शक्तिपीठ में लंपी वायरस से गोवंश को बचाने का सराहनीय प्रयास किया गया है।
आयुर्वेदिक ओषधीय काढ़े से पीड़ित गोवंश में आश्चर्यजनक सुधार के संकेत
गायत्री शक्तिपीठ में लंपी वायरस से बचाव के लिए एक आयुर्वेदिक ओषधीय काढ़ा तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से क्षेत्र में लंपी वायरस से पीड़ित गोवंश को गायत्री शक्तिपीठ में तैयार आयुर्वेदिक काढ़ा दिया गया। लंपी वायरस से पीड़ित गोवंश को काढ़ा देने के बाद से गोवंश की सेहत में आश्चर्यजनक सुधार के संकेत मिले है।
जिले में लंपी वायरस का पहला मामला गायत्री शक्तिपीठ में
डूंगरपुर जिले में सर्वप्रथम लंपी वायरस का मामला गायत्री शक्तिपीठ में गोवंश में सामने आया था। गायत्री शक्तिपीठ के जिला संयोजक भूपेन्द्र पण्ड्या ने बताया कि सर्वप्रथम वागड में यह महामारी गायत्री शक्तिपीठ की गोशाला में दो से पांच गोमाताओं पर आई। गायत्री परिवार ने प्राकृतिक चिकित्सा के तहत विभिन्न औषधीय पौधों के पत्तों का ज्यूस तैयार कर (काढ़ा) गोमाताओं को दिन में तीन बार पिलाया। जिससे सभी गोमाताएं स्वस्थ हो गई। इस प्राकृतिक ज्यूस को क्षेत्र के अन्य गोपालक भी ले गए हैं तथा गोमाताओं के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हुआ है। गोपालकों को गायत्री शक्तिपीठ में निर्मित प्राकृतिक जड़ी बूटियों का काढ़ा पांच लीटर के केन में दिया जा रहा है।
आयुर्वेदिक काढ़े को घर में बनाया जा सकता है
गायत्री शक्तिपीठ के जिला संयोजक भूपेन्द्र पण्ड्या ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ में तैयार किये जा रहे आयुर्वेदिक काढ़े को आमजन अपने घर में भी आसानी से बना सकते है। आयुर्वेदिक काढ़ा बनाने के लिए पारिजात, हरसिंगार के पत्ते कड़वे सहजन के पत्ते, कड़वे नीम के पत्ते, निम्बू पीपल, बिल्व, अडूसा के पत्ते, सरसों तेल, गुड, आंवला रस, नमक सेंधा, हल्दी, अदरक, श्याम तुलसी के पत्ते का मिश्रण कर तैयार किया जा सकता है।
इस दौरान उप जोन प्रभारी कुलदीपसिंह न राणावत, मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी नारायणलाल पण्ड्या, सहायक प्रबन्ध ट्रस्टी किशोर भट्ट, दीपक जोशी मौजूद रहे।