कडाणा की ज़मीन ख़रीदने वाले हरि सिंह को पुलिस ने गिरफ़्तार किया
हरि सिंह से पूछताछ में खुल सकते है कई राज
सागवाडा। कडाणा विभाग की बेशक़ीमती भूमि का नामांतरण खोल कर रजिस्ट्री करने के मामले में गुरुवार को सागवाडा पुलिस ने ज़मीन ख़रीदने वाले रामा निवासी हरीसिंह को गिरफ़्तार कर लिया है। पुलिस शुक्रवार को हरीसिंह को कोर्ट में पेश करेगी। इधर, हरि सिंह की गिरफ़्तारी की जानकारी मिलने पर डूंगरपुर एसपी राशि डोगरा भी देर शाम को सागवाडा थाना पहुँची और मामले की जानकारी ली। इधर, ज़मीन की ख़रीद के मामले में एक गवाह रहे गनोडा निवासी राजेन्द्र जैन अब भी फ़रार हैं।
कडाणा की ज़मीन ख़रीदने वाले हरिसिंह की गिरफ़्तारी और पूछताछ पर कोर्ट ने रोक लगा रखी थी। पहले 18 अक्टूबर और बाद में 9 नवंबर तक हरिसिंह की गिरफ़्तारी और पूछताछ पर रोक थी। बताया जा रहा है कि हाई कोर्ट में लगी रीट को ये विड्रोल करने के बाद हरिसिंह को मिली राहत को कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया। सागवाडा पुलिस ने इस पूरे मामले में मुस्तैदी दिखाते हुए एसआई लक्ष्मणलाल, भूपेंद्र सिंह और वीरेंद्र सिंह ने 10 नवंबर को हरिसिह को रामा गाँव में खेतों के पास से गिरफ़्तार कर लिया। सागवाडा थानाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सागवाडा में कडाणा विभाग बेशक़ीमती भूमि को कूट रचित दस्तावेजों के माध्यम से ज़मीन ख़रीद फ़रोख़्त करने के मामले में तत्कालीन तहसीलदार ने थाने में एक मामला दर्ज कराया था। ज्ञात रहे कि राजस्थान सरकार के राजस्व विभाग ग्रुप डी के एक फ़र्ज़ी आदेश से कडाणा विभाग की ज़मीन का नामांतरण खोलकर उसकी रजिस्ट्री कर दी थी। इस मामले में ज़मीन बेचने वाली दोनों बहनें नजमा और फातेमा को पूर्व में ही गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया था। इधर, अब हरसिंह की गिरफ़्तारी से इस मामले में कुछ ख़ुलासा होने की संभावना बतायी जा रही है। इस पूरे मामले में अब भी इसका ख़ुलासा नहीं हो पाया है कि राजस्थान सरकार के राजस्व विभाग के ग्रुप डी का फ़र्ज़ी आदेश कौन बनाकर लाया था जिसके चलते ज़मीन ख़रीदने की पूरी साज़िश रची गई थी।