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Read More... वचनों में सत्य और हृदय में सत्ता के अस्तित्व, पर्याय की नश्वरता का अहसास स्वरूप की और ले जाने का सशक्त माध्यम बनता है- आचार्यश्री अनुभवसागर जी महाराज
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सागवाड़ा। आचार्यश्री अनुभवसागर जी महाराज ने अपने बताया कि विज्ञान का सहारा लेकर वैज्ञानिक, अन्वेषक, चिन्तक और विचारक नित्य ही नयी-नयी खोजों को प्रस्तुत करने में लगे है। उनका पुरुषार्थ अवश्य ही प्रशंसनीय है। परंतु जब हम गहराई से चिन्तन...
Read More... उत्तम आर्जव : मन वचन – काय की एकता आत्मा के ईश्वरीय गुण की प्रारंभिक अभिव्यक्ति है :- आचार्यश्री अनुभवसागर जी महाराज
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सागवाड़ा। मन में होय सो वचन उचरिये, वचन होय सो तन सो करिये यह पंक्तियां प्रतिवर्ष बचपन से ही सुनते चले आये हैं. परंतु इसके अर्थ को आत्मसात करना अत्यंत कठिन है। तीर्थक्षेत्र कुण्डलपुर श्री वर्धमान सरोवर के किनारे हम...
Read More... वक़्त के साथ अपनी मानसिकता मे बदलाव लाना ज़रूरी -आचार्य अनुभव सागर महाराज
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By वागड़ संदेश
सागवाड़ा ।। नगर के जैन बोर्डिंग स्थित वात्सल्य सभागार में ज्ञान अमृत वर्षायोग के लिए यहां विराजित प्रखर वक्ता आचार्य अनुभव सागर महाराज ने शुक्रवार को धर्म सभा को संबोधित करते हुए अपने मंगल प्रवचनो मे कहा है कि समय-समय...
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