आसपुर। बांसवाड़ा जिले के लोहारिया थाना क्षेत्र के पालोदा के लसाडा के निकट मंगलवार को डंपर की टक्कर से कार अनियंत्रित होकर तालाब जा गिरी हादसे में मां बेटे सहित तीन लोगो की मौत हो गई। मृतकों की शिनाख्त डूंगरपुर जिले के आसपुर व बांसवाड़ा जिले के डडूका निवासी के रूप में की गई है। मृतकों का पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार अमृतिया निवासी हरवीर सिंह चुंडावत (42) वर्ष पुत्र तेज सिंह चुंडावत कार से आसपुर से बांसवाड़ा जा रहे थे। इस दौरान उनके साथ उनके रिश्तेदार बांसवाड़ा जिले के ड्डूका निवासी कृष्णा कुंवर (30) पत्नी गजेन्द्रसिंह सोलंकी व उनका बेटा परमजीतसिंह 7 वर्ष भी था। रास्ते में पालोदा के निकट तेज स्पीड में आ रहे डंपर ने पीछे से टक्कर मार दी। जिससे कार अनियंत्रित होकर लसाडा तालाब में जा गिरी। चीखने-चिल्लाने की आवाज के बाद मौके से गुजर रहे लोग दौड़े एवं तीनों को कार से बाहर निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सागवाड़ा लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं हादसे के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना पर लोहारिया थानाधिकारी पूरणमल मीणा घटना स्थल पहुंचे इसके बाद सागवाड़ा मोर्चरी में तीनों शवो के पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए। कृष्णा कुंवर व परमजीत के शव का दाह संस्कार बुधवार को कुवैत से गजेन्द्रसिंह के आने के बाद होगा।
सोमवार को मनाया था परमजीतसिंह का जन्मदिन
हादसे का शिकार हुए 7 साल के परमजीतसिंह का सोमवार को ही जन्मदिन मनाया था। दूसरे दिन मंगलवार को उसकी मौत हो गई। मृतक के पिता गजेन्द्र सिंह कुवैत में रोजगारत है। जबकि बहन गढ़ानाथजी में मामा के पास रहती है। वहीं मृतक हरवीरसिंह का एक बेटा युद्धवीर सिंह (21) और एक बेटी सुमन (18) है। युद्धवीर जयपुर में रहकर रीट की तैयारी कर रहा है। जबकि बेटी सुमन प्रथम ईयर की पढ़ाई कर रही है। हरवीर के पिता सेवानिवृत्त थानेदार हैं।
रिश्तेदार को पालोदा छोड़ने जा रहे थे हरवीर
जानकारी के अनुसार हरवीर सिंह अपने किसी काम से बांसवाड़ा जा रहे थे। इस दौरान कृष्णा कुंवर अपने पीहर गढ़ानाथजी (डूंगरपुर) आई हुई थी। डडूका जा रही थी तो मृतका के पिता महिपालसिंह ने हरवीर सिंह को बेटी और उसके बेटे को (बांसवाड़ा) उसके ससुराल छोड़ने को कहा तो वही कृष्णा कुंवर को उसके जेठ पालोदा लेने आ रहे थे, किन्तु इससे पूर्व ही सड़क हादसे में तीनों की दर्दनाक मौत हो गई।
हर आंख हुई नम
हादसे में तीनों की मौत की खबर आग की तरह फैल गई। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगोने श्रद्धांजलि अर्पित की वही सागवाड़ा चिकित्सा परिसर में समाजजनों की भीड़ एकत्रित हो गई। हादसे के बाद हर आंख नम दिखी तो वही अमृतिया, गड़ा नाथजी व ड्डूका में चूल्हे भी नही जले।