सिलोही में मूर्ति स्थापना एवं शिखर प्रतिष्ठा महोत्सव, श्रद्धालुओं ने हवन में समर्पित की आहुतियां
गलियाकोट। सिलोही में छह मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तीसरे दिन शनिवार को श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर दो श्री माताजी मंदिर, श्री हनुमान मंदिरं दो एवं श्री वाटेश्वर महादेव मंदिर स्थापित देवता पूजन, मूर्तिणाम अधिवास, धान्याधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास, मिष्टानाधिवास, प्रसाद वास्तु पुरुष, सुक्त पाठ श्री सुक्त पाठ का आयोजन किया गया। प्रधान आचार्य जितेंद्र पण्डया सहित पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन कुंड पूजन करवाया।
इसमें लक्ष्मीनारायण मंदिर सिलोही कुण्ड का लाभ पंकज रावण पाटीदार, मंदिर प्रसाद वास्तु का लाभ प्रेमशंकर कचरू पाटीदार ने लाभ लिया। हनुमान मंदिर सिलोही में कुण्ड का लाभ लालशंकर जेथाजी पाटीदार एवं प्रसाद वास्तु केशुराम नगजी पाटीदार ने लाभ लिया। हनुमान मंदिर वाटेश्वर प्रसाद वास्तु मितेश भवानीशंकर पाटीदार के द्वारा लिया गया। वाटेश्वर महादेव मंदिर सिलोंही के कुण्ड का लाभ नटवरलाल लवजी पाटीदार एवं वास्तु का लाभ प्रेमजी गोकलजी पाटीदार के द्वारा लिया गया। माताजी मंदिर सिलोही के कुण्ड का लाभ बालकृष्णशिवराम पाटीदार, माताजी मंदिर प्रसाद वास्तु शिवराम मोगजी पाटीदार रहे। हनुमान मंदिर गणेशपुर में कुण्ड का लाभ प्रभुलाल मावजी पाटीदार एवं वास्तु का लाभ देवीलाल धूलजी पाटीदार ने लाभ लिया। प्रधान कुंड कचरू धूलजी पाटीदार, अष्टकुण्ड रणछोड़ वालजी पाटीदार, पदमकुंड कांतिलाल गौतम पाटीदार, षटकुण्ड देवीलाल डूंगर, वर्तुल कुण्ड जीवण धूलजी पाटीदार, त्रिकोणकुंड वालजी गोवनजी पाटीदार, अर्धचंद्र कुण्ड दिनेश जगजी पाटीदार, चतुष्कुंड जगन्नाथ मंगल पाटीदार, योनी कुण्ड लालजी नगजी पाटीदार सहित कुण्डात्मक महायज्ञ में आहुतियां देने के लिए लाभार्थियों ने बोलियां लगाकर कुण्ड में बैठने का लाभ लिया।
लाभार्थियों द्वारा कुंड में आहुतियां दी गई। रविवार को चौथे दिन स्थापित देवता पूजन, हनुमान चालीसा पाठ, स्नपन, देव, न्यास कर्म 108 कलश महाभिषेक, स्नेह भोज का आयोजन किया जाएगा।