डूंगरपुर/उदयपुर/गांधीनगर। राजस्थान सरकार के पूर्व स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर व नगर परिषद डूंगरपुर के पूर्व सभापति के.के.गुप्ता ने रविवार को गांधीनगर जिला अध्यक्ष अनिल भाई पटेल के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल से शिष्टाचार भेंट की। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने के.के.गुप्ता से स्वच्छ गुजरात को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की। सीएम पटेल ने कहा कि गुजरात में डूंगरपुर की दूरी कम है ऐसे में वे जब भी डूंगरपुर आए तो उन्होंने हर बार शहर में नवाचार पाया। पटेल की प्राथमिकता है कि गुजरात स्वच्छ, साफ-सूथरा सुंदर हो। हर नागरिक स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें ताकि बीमारियों को बढऩे से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन सामाजिक मिशन है, यह जन आंदोलन का रूप ले। स्वच्छता के प्रति आम जनमानस जागरूक हो, इसके लिए पूर्व सभापति के.के.गुप्ता से समय-समय पर स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण व जल संचय-जल संरक्षण को लेकर जनता को जागरूक करेंगें। के.के.गुप्ता ने वागड़ के 10 हजाए प्रवासी जो रोजगार को लेकर गुजरात में कार्यरत हैं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से जल्द उनसे संवाद कार्यक्रम की चर्चा की। इस पर सीएम ने प्रवासियों से रूबरू होकर संवाद करने की हामी भरी।
गुप्ता ने कहा कि 'स्वच्छता ही सेवा है। हमारे देश के लिए, हमारे जीवन में स्वच्छता की बहुत जरूरत है। गंदगी हमारे आसपास के वातावरण और जीवन को प्रभावित करती है। हमें व्यक्तिगत व आसपास भी सफाई अवश्य रखनी चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। अभी कोरोना काल में रोगियों की बढ़ती जनसंख्या एवं अस्पतालों में साफ-सफाई को ध्यान देने की आवश्यकता से यह बात और भी स्पष्ट हो गई है कि जीवन में स्वच्छता की कितनी जरूरत है। जीवन में स्वच्छता से तात्पर्य स्वस्थ होने की अवस्था से भी है। स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाती है। यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य को पूरा करने के लिये एक बड़ा कदम हो सकता है हर भारतीय नागरिक का एक छोटा सा कदम। रोजमर्रा के जीवन में हमें अपने बच्चों को साफ-सफाई के महत्व और इसके उद्देश्य को सिखाना चाहिये। अच्छा स्वास्थ्य किसी के जीवन को बेहतक बना सकता है और वह हमें बेहतर तरीके से सोचने और समझने की ताकत प्रदान करता है और अच्छे स्वास्थ्य का मूल मंत्र स्वच्छता है। भारत सरकार ने स्वच्छता की आवश्यकता को समझते हुए स्वच्छ भारत नामक अभियान को भी चलाया जिसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के मौके पर की गई। पर कोई भी अभियान केवल सरकार मात्र नहीं चला सकती, आवश्यकता है वहां के नागरिकों में जागरुकता फैलाने की। इस अभियान के तहत सरकार ने शहर एवं ग्रामीण दोनो क्षेत्रों मे स्वच्छता को बढ़ावा दिया है और पूरे भारत को खुले मे शौच मुक्त करने का प्रण लिया है। अब तक 98 प्रतिशत भारत को खुले में शौचमुक्त बनाया जा चुका है। इसी प्रकार कई अन्य अभियान हैं जैसे निर्मल भारत, बाल स्वच्छता अभियान आदि। सबका उद्देश्य भारत में स्वच्छता को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर होटल व्यवसायी महिपाल सिंह, मोहानी कैटर्स के मनोहर सिंह व शंभूस कैफे के शंभू सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।