निष्कलंक भगवान की प्रतिमा का रथ पुष्कर से रवाना, मंहत ने किया ब्रहाकुण्ड सरोवर में स्नान व देव दर्शन
आसपुर। वागड प्रयाग बेणेश्वरधाम पर 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक प्रस्तावित श्री राधा कृष्ण शिखर प्रतिष्ठा महोत्सव व विष्णुयाग 1008 कुंडीय महायज्ञ को लेकर दश अवतार भगवान की प्रतिमाओ की शोभायात्रा 5 अक्टूबर को साबला से बेणेश्वरधाम पर महन्त अच्युतानंद महाराज के सानिध्य में राज्य सहित गुजरात, महाराष्ट्र के हजारों की तादाद में मावभक्त शिरकत करेंगे।
यह रथ सोमवार को जयपुर से निकला जिसमें बेणेश्वर पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद महाराज व माव भक्तों का काफिला सलेमाबाद के निम्बार्क पीठ होते हुए रात्रि को पुष्कर पहूंचा। यह रथ सात दिनों में 14 धार्मिक व प्रसिद्ध स्थलों पर भ्रमण कर 2 अक्टूम्बर को साबला हरि मन्दिर पहुंचेगा।
मंहत ने किए दर्शन, कुण्ड में किया स्नान :
बेणेश्वर पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद महाराज ने मंगलवार को पुष्कर पहुंचने के बाद ब्रह्म कुंड में गंगा स्नान किया व ब्रह्म मंदिर में दर्शन लाभ लिए ।जानकारी अनुसार मंहत व माव भक्त मंगलवार को रात्रि विश्राम नाथद्वारा में करेंगे। साथ ही बुधवार को रथ उदयपुर में पहुंचेगा, उदयपुर शहर बुधवार को संत मावजी महाराज के जयकारों से गुंज उठेगा। इस मौके पर राज्य सहित गुजरात, महाराष्ट्र के मावभक्त मौजूद रहेंगे।