वार्षिकोत्सव उमंग 2022 में भामाशाह हसमुख गांधी द्वारा कलिंजरा स्कूल को 5 लाख रु देने की घोषणा
बांसवाडा | रा.उ.मा.वि. कलिंजरा में आयोजित रंगारंग वार्षिकोत्सव उमंग 2022 में भामाशाह उद्योगपति एवं समाजसेवी हंसमुख गांधी सुपुत्र सोहन लाल जी गांधी द्वारा विद्यालय के भौतिक विकास हेतु ₹500000 की घोषणा की गई । भामाशाह मूलतः कलिंजरा निवासी अभी इंदौर में निवासरत है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीबीओ गोपाल कृष्ण जोशी थे ,कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच नरेश डामोर ने की ,विशिष्ट अतिथि उपसरपंच प्रशांत जैन, शिक्षाविद व समाजसेवी हीरालाल जी जैन एवम कमल जी पटेल थे। प्रारंभ में संस्था प्रधान उमेश चंद्र जोशी ने अतिथियों का शब्द सुमनोसे स्वागत किया एवं विद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताया। हीरालाल जी जैन द्वारा भामाशाह राशि की घोषणा की गई। प्रशांत जैन ने विद्यालय की प्रगति एवं विद्यालय के भौतिक विकास के बारे में हर संभव सहयोग की घोषणा की गई। सीबीओ सर द्वारा छात्रों के अच्छे परीक्षा परिणाम के प्राप्त करने की प्रेरणा दी गई। उन्होंने संस्था प्रधान के कार्य एवं विद्यालय की प्रगति की प्रशंसा की। कार्यक्रम में भामाशाह हंसमुख गांधी के प्रतिनिधि के रूप में जैन साहब को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। एसडीएमसी सदस्यो एवम ग्रामीणों द्वारा प्रधानाचार्य उमेश चंद्र जोशी का श्रेष्ठ कार्यों के लिए अभिनंदन किया गया एवं शील्ड प्रदान की गई।कार्यक्रम में राज्य स्तर पर चयनित खिलाड़ियों एवं जिला स्तर पर वोकेशनल कौशल मेले में प्रथम स्थान प्राप्त सुजान धडा , विज्ञान मेले में प्रथम स्थान प्राप्त दीपक योगी, इंस्पायर अवार्ड प्राप्त आशूफल खान एवं जिया चौहान ,एक्स्पोज़र केंप एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। स्कूल के सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षकों पंकज जैन अमित पंचोली दीपिका बारोड टीना पुरोहित शीतल चौबीसा जितेंद्र सोनी सहित शिक्षकों को सम्मानित किया गया। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत राजस्थानी एवं हरियाणवी नृत्य एवं देशभक्ति गीतों को सराहा गया। कार्यक्रम में सुशील जैन ,शिव सुंदर राणावत, भगवती सोनी ,रहीम जी, रामचंद्र जी फकीर चंद जी ,कांतिलाल जी, राजेश जोशी, कल्पना गामोट, पूर्वा जैन,महेश पानेरी, विजेंद्र जोशी, रामचंद्र निनामा मोनिका जैन, हंसा भगोरा उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन टीना पुरोहित, दिनेश दर्जी एवं अश्विनी जोशी द्वारा किया गया । आभार हरचंद खड़िया प्राध्यापक ने व्यक्त किया।