लंपि वायरस से गौमाताओं को बचाना ही प्रमुख लक्ष्य, गौमाता की सेवा ही देश की सेवा है - श्री राम कृष्ण गौशाला
गनोड़ा। बांसवाड़ा जिले में गौमाता को स्किन रोग लंपि वायरस से बचाने के लिए जिले में कई संस्थाओ द्वारा आयुर्वेदिक उपचार कर बचाने का सराहनीय कदम उठाए जा रहे है।
लंपि वायरस से गौमाताओं को बचाना ही प्रमुख लक्ष्य
बांसवाड़ा जिले में श्री राम कृष्ण गौशाला मोटा गांव की टीम द्वारा दिन-रात सेवा कार्य में जुटकर लंपी वायरस से गौमाता को निजात दिलाने एवं स्वस्थ करने हेतु आयुर्वेदिक औषधीय लड्डू बनाकर क्षेत्र के अलग अलग गाँवो में लंपि वायरस से पीड़ित गौ माताओं को व सामान्य गौ माताओं को खिलाई जा रहे हैं। साथ ही गौमाताओं पर होम्योपैथिक स्प्रे का छिड़काव किया जा रहा है। टीम द्वारा समय समय पर पीड़ित गौमाताओं की देखरेख की जा रही है। जिससे गौमाता के स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है और आयुर्वेदिक इलाज से गौमाताओं में इम्यूनिटी को बढ़ावा मिल रहा है। आयुर्वेदिक दवाओं से गौमाता में खाने की क्षमता बढ़ जाती है। दिन रात गोसेवक अपना समय देकर के आस-पास के गांव में लंपि से पीड़ित गौ माता की सेवा कर रहे है।
इन आयुर्वेदिक उपाय से गौमाताओं में बढ़ती है इम्युनिटी
गौमाताओं को लंपि वायरस से बचने के लिए टीम के सदस्यों द्वारा आयुर्वेदिक औषधियों से युक्त लड्डू बनाये जा रहे है। जिसमे लॉन्ग, काली मिर्च, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, अजवाइन, सेंधा नमक, सरसों का तेल, शुद्ध देसी घी, गुड, मक्का या बाजरे का आटा आदि सामग्री से लड्डू बनाकर के खिलाए गए जिससे इनकी इम्यूनिटी बढ़ती है