ललित गोलेछा @ कुशलगढ़ | राजकीय एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल ( चुडादा) कुशलगढ़ Kushalgarh में राज्य सरकार के निर्देशानुसार अनुसार अगस्त माह के प्रथम नो बेग डे no beg day का आयोजन में "राजस्थान को जानो" "raajasthaan ko jaano" थीम विषय पर आयोजित किया गया । विद्यालय प्रधानाचार्य डाॅ. कचरुलाल गारी ने बताया कि राज्य सरकार इस वर्ष के नवाचार अन्तर्गत शनिवार को अगस्त माह के प्रथम नो बेग डे का आयोजन "राजस्थान को जानें" विषय पर आयोजित किया गया । जिसमें शनिवार को विधालय के सभी छात्र बीना बैग लिए विधालय आए । बालकों को भी उत्सुकता थी कि आज बीना बैग के शैक्षिक गतिविधियां कैसी होगी ।
सुबह की प्रार्थना सत्र से ही विधालय के सांस्कृतिक, एवं प्रार्थना प्रभारी हिरालाल मच्छार एवं दिग्पाल सिंह राठौड़ के मार्गदर्शन में नो बेग डे की गतिविधियों को प्रारंभ किया गया | प्रार्थना सत्र में दिग्पाल सिंह राठौड़ द्वारा गोस्वामी तुलसीदास के जन्म दिवस एवं उनके व्यक्तित्व तथा कृतित्व रामचरितमानस की रचना विषय पर बालकों को जानकारी दी।
प्रार्थना के पश्चात विधालय के शिक्षकों को नो बेग डे थीम "राजस्थान को जानें" विषय पर दिए गए बिन्दु अनुसार इतिहास के व्याख्याता जितेंद्र कुमार पटेल ने राजस्थान के ऐतिहासिक स्थल एवं उनका महत्व विषय पर सम्पूर्ण राजस्थान की जानकारी बालकों को दी ।
दूसरे सत्र में सामाजिक विज्ञान शिक्षक यशवंत सिंह चौहान ने राजस्थान के प्राकृतिक भू भाग, नदी, झील,पर्वत, रेगिस्तान जिले पडौसी राज्य सिमांत क्षेत्र आदि विषयों की जानकारी दी । वही तृतीय सत्र में हिंदी शिक्षक हिरालाल मच्छार ने राजस्थान के त्योहार, मेले, वेष भूषा, खान-पान आदि विषयों की जानकारी दी गई। चतुर्थ सत्र में हिंदी व्याख्याता भेरिया गायरी ने राजस्थान के सन्त कवि भक्ति आंदोलन आदि विषयों की जानकारी दी ।
पांचवें सत्र में शारीरिक शिक्षक एवं छात्रावास अधीक्षक राकेश कटारा ने राजस्थान के प्रमुख खेल एवं खिलाड़ी विषय पर अपने विचार रखे | षष्ठम सत्र में विज्ञान शिक्षक पीयूष पटेल ने राजस्थान की विकास यात्रा एवं पर्यटन स्थल विषय पर जानकारी दी कार्यक्रम के मध्य रस परिवर्तन करते हुए अंग्रेजी शिक्षक कपील डांगर ने एक गीत प्रस्तुत किया ।
नो बेग डे थीम "राजस्थान को जानें" विषय कार्यक्रम के अंत में संस्था प्रधान डाॅ. कचरुलाल गायरी ने नो बेग डे का महत्व एवं जीवन में उपयोगिता विषय पर अपने विचार रखे । कार्यक्रम का संचालन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी दिग्पाल सिंह राठौड़ ने किया । कार्यक्रम क्रम में बड़ी संख्या में अभिभावक ने भी सहभागिता की मुख्य रूप से रमणसिंह चरपोटा, लवकुमार शास्त्री, राजेश घोती, अरविन्द कुमार मेरावत, रामसिंह दामा, महेश कुमार मेरावत, भूगोल व्याख्याता गोरसिह गरासिया, चिन्तन बैरागी, लोकेन्द्रसिंह, सुरभि पंड्या, दादू गायरी, अक्षय कुमार निगम अभिभावक प्रतिनिधि भूरजी भाई कटारा, राजेश कुमार डागर, ठुम्मठ के पूर्व उपसरपंच एवं अभिभावक मानसिंह भाई कटारा आदि उपस्थित रहे ।