गुजरात के राजकोट में पांच दिन पहले एक रिसोर्ट के कमरे में आगजनी के मामले में गंभीर झुलसे तीसरे युवक की भी मौत हो गई
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डूंगरपुर। गुजरात के राजकोट में पांच दिन पहले एक रिसोर्ट के कमरे में आगजनी के मामले में गंभीर झुलसे तीसरे युवक की भी मौत हो गई, जबकि हादसे में झुलसे 5 लोगों का अब भी इलाज चल रहा है। वहीं लोडवाड़ा के युवक का शव मंगलवार सुबह गांव पंहुचा तो माहौल गमगीन हो गया। वही मृतक लोकेश के पिता राजू लबाना अब भी अस्पताल में भर्ती है और उनका इलाज चल रहा है। आगजनी की इस घटना में लबाना समाज के 3 युवको की मौत हो चुकी है। राजकोट में हुई आग लगने की घटना में झुलसे 8 में से 2 लोगों ने रविवार को दम तोड़ दिया। आडीवली निवासी शांतिलाल लबाना और लोड़वाड़ा निवासी देवीलाल पुत्र स्व. विक्रम लबाना ने रविवार को वेंटिलेटर पर दम तोड़ दिया। जबकि हादसे में गंभीर घायल लोकेश लबाना निवासी माड़ा ने आज मंगलवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। आज पोस्टमार्टम के बाद उसे शव को माड़ा गांव लाया जाएगा। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। हादसे में मृतक लोडवाड़ा निवासी देवीलाल का शव मंगलवार सुबह गांव पंहुचा तो गांव में माहौल गमगीन हो गया। गांव के युवा बेटे की मौत देखकर गांव के हर किसी की आंखे नम हो गई। वही गांव में सामाजिक रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। हादसे में झुलसे 5 लोगो का अब भी गुजरात के राजकोट अस्पताल में इलाज चल रहा है।
– झुलसे युवकों के आर्थिक सहयोग के लिए आगे आया लबाना समाज नवयुवक मंडल, एक लाख 62 हजार इकट्ठे किए
जिले के माड़ा, लोड़वाड़ा सहित उदयपुर के आडीवली गांव के 8 युवकों के गुजरात के राजकोट में स्थित एक रिसोर्ट के पास 12 अगस्त की रात आग लगने से झुलसे युवकों की मदद के लिए लबाना समाज के युवकों के आह्वान पर युवा एवं अन्य लोग आगे आए हैं। तीन दिन में करीब एक लाख 62 हजार की राशि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से एकाउंट में ट्रांसफर करवा कर पीड़ितों की मदद के लिए अंशदान दिया है। राजकोट हादसे में एक कमरे में सो रहे 8 लोग 12 अगस्त की सुबह तड़के अज्ञात कारणों से लगी आग के बाद झुलस गए गए थे, जिन्हें बाद में गुजरात के अलग-अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया है। झुलसे हुए सभी लोग रोजगार के लिए राजकोट गए थे और सभी गरीब परिवारों से है। घटना के बाद लबाना समाज के युवाओं द्वारा बनाये गए यूथ श्रीगंगेश्वर फाउंडेशन के माध्यम से लोगो से व्हाट्स एप ग्रुप के माध्यम से पीड़ितों के सहायतार्थ अंशदान का आह्वान किया गया, जिसके बाद 3 दिन के भीतर ही राशि इकठ्ठा हो गई और लगातार समाज के भामाशाह आगे आ रहे है। सभी सहयोगकर्ताओ ने ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से फाउंडेशन और युवा मण्डल की ओर से अधिकृत किए गए एकाउंट और मोबाइल नम्बर पर पैसे ट्रांसफर किए, जो अब उपचाररत पीड़ितों के दवाई एवं इलाज के लिए खर्च किए जाएंगे।
– समाजजनो ने की घटना की न्यायिक जांच की मांग
पूरे मामले में आग लगने के खुलासा नही होने के चलते समाज के लोगो ने जिला प्रशासन से मामले की जांच कर आग लगने के वास्तविक कारणों का खुलासा करवाने के लिए दखल देने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि घटना में झुलसे 8 में से 2 लोग 3 दिन के भीतर दम तोड़ चुके है। वही 3 अन्य गंभीर अस्पताल में मौत से लड़ रहे है। समाज ने जिला प्रशासन से गुजरात सरकार से इस बारे में बात करके घटना की जांच करवाएं, जिससे आग लगने के वास्तविक कारणों का पता लग सके।