डूँगरपुर पटवारी परीक्षा में डमी केंडिडेट बैठाने का मामला उजागर,डेढ़ लाख रुपये में डमी केंडिडेट के रूप में परीक्षा देने आया था, पुलिस ने लिया हिरासत में
डूंगरपुर जिले में रीट परीक्षा के बाद अब पटवारी परीक्षा में डमी केंडिडेट बैठाने का मामला उजागर हुआ है। पहली पारी की परीक्षा शुरू होने से कुछ समय पहले ही परीक्षा केंद्र पर पंहुचे परीक्षार्थी की जांच के दौरान ही पुलिस और केंद्राध्यक्ष को संदेह हो गया, जब परीक्षा पूरी हुई और बाहर निकला तो उसे पकड़कर पूछताछ की गई, जिसमें युवक ने डेढ़ लाख रुपये में डमी केंडिडेट के रूप में परीक्षा देने की बात कबूल कर ली। हालांकि इस मामले में पुलिस ने अब तक कोई खुलासा नहीं किया है और कोई जानकारी भी नहीं दे रही है दरअसल पटवार भर्ती परीक्षा के तहत शनिवार को पहले चरण का पेपर आयोजित किया गया। बोरी स्थित गुरुकुल कॉलेज परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने के आखरी समय पर एक परीक्षार्थी पंहुचा। इस दौरान परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र व आईडी कार्ड मांगे गए, जिस पर परीक्षार्थी के बताए आईडी कार्ड व प्रवेश पत्र के फोटो में फर्क दिखने लगा। पुलिस के पूछने पर आईडी कार्ड में पुराना फोटो बताकर टाल दिया, लेकिन बोलचाल की भाषा मे संदेह होने पर उस पर निगरानी शुरू कर दी। परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष में बैठाने बाद गुरुकुल कॉलेज प्रबंधक ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी। परीक्षा सम्पन्न होने के बाद साढ़े 11 बजे परीक्षार्थी बाहर निकलते ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उससे पूछताछ की तो वह पहले पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर डमी केंडिडेट के रूप में परीक्षा देने की बात कबूल कर ली। इस पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कोतवाली थाने में रखा गया है, जहां उसकी गैंग के बारे में पड़ताल की जा रही है। पकड़े गए डमी केंडिडेट का नाम अशोक कुमार निवासी पाली का बताया जा रहा है जो भरतसिंह मुनिया निवासी बांसवाडा की जगह पर डमी केंडिडेट के रूप में परीक्षा देने आया था। हालांकि पुलिस ने इस मामले में कोई भी जानकारी नहीं दी है। बताया जा रहा है कि डेढ़ लाख रुपये में डमी केंडिडेट के रूप में परीक्षा देने आया था। फिलहाल पुलिस पूरी पूछताछ के बाद ही मामले का खुलासा करेगी।