तीन दिनों से माँ-बाड़ी व डे-केयर शिक्षा केन्द्रों के कार्मिको की हड़ताल से 430 केन्द्रों लटके ताले
डूंगरपुर। जिले की स्वच्छ परियोजना की ओर से संचालित 430 माँ-बाड़ी व डे-केयर शिक्षा केन्द्रों पर पिछले तीन दिनों से ताले लटके हुए है। इन केन्द्रों के कार्मिक मानदेय बढाने सहित अन्य लंबित मांगो को लेकर 7 दिसम्बर से हड़ताल पर चल रहे है। वही कार्मिक जिला मुख्यालय पर स्थित स्वच्छ परियोजना कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठकर सरकार से मांगो को पूरा करने की मांग कर रहे है। इधर माँ-बाड़ी व डे-केयर शिक्षा केन्द्रों के कार्मिको के हड़ताल पर उतर जाने से पिछले तीन दिन से सभी 430 केन्द्रों पर ताले लटके हुए है जिसके चलते इन केन्द्रों पर अध्ययनरत विद्यार्थियो की शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। माँ-बाड़ी शिक्षा सहयोगी संघ के जिला अध्यक्ष नानुराम भगोरा ने बताया की स्वच्छ परियोजना डूंगरपुर के अधीन संविदा व सेवा प्रदाता संस्था के माध्यम से 16 से 23 साल से कार्मिक अपनी सेवाए दे रहे है। उन्होंने बताया की इन कार्मिको की मानदेय बढाने, नियमित वेतन श्रंखला का लाभ देने सहित विभिन्न मांगो को लेकर सरकार को कई बार ज्ञापन दिए गए है लेकिन सरकार की ओर से कोई सुनवाई नहीं हुई। भगोरा ने बताया की परियोजना अंतर्गत विगत वर्षो में प्रति वर्ष कार्मिको के मानदेय में 10 फीसदी की वृद्धि की जाती रही है, लेकिन पिछले 3 साल से मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की गई है। संघ ने सरकार से मानदेय बढाने, समस्त संविदा कार्मिको को पूर्व में संविदा कार्मिको को दिए गए नियमित वेतन श्रंखला के अनुसार वर्तमान में कार्यरत संविदा कार्मिको को नियमित वेतन श्रंखला का लाभ देने, सेवा प्रदाता संस्था को समाप्त कर वर्तमान में सेवा प्रदाता संस्था के माध्यम से कार्यरत समस्त कार्मिको को संविदा कर्मी का दर्जा दिए जाने की मांग की है।