समस्त जीपीएफ अंशदाताओं को जीपीएफ ऑल्ड लेजर स्क्रीन ऑल्ड लेजर में स्वयं के स्तर पर प्रविष्टि में सुधार करने के निर्देश
डूंगरपुर | जीपीएफ ओल्ड लेजर पूर्ण करने का कार्य अभियान के रूप में संपादित किया जा रहा है जो कि लगभग पूर्ण लगभग पूर्ण होने को है। उप निदेशक, राज्य बीमा एवं प्रावद्यायी निधि विभाग डंूगरपुर ने बताया कि इस संबंध में की कटौती वेतन बिलों से प्रतिमाह की जा रही है, उन सभी कार्मिकों से यह अपेक्षित है कि वे स्वयं के एसएसओ आईडी से लॉगिन कर एसआईपीएफ पोर्टल पर रिपोर्ट जीपीएफ ओल्ड लेजर में नियुक्ति तिथि से 31 मार्च 2012 तक के जीपीएफ लेजर की जांच करें। उन्होंने बताया कि एसआईपीएएफ पोर्टल पर जीपीएफ ऑल्ड लेजर में यदि कोई कटौती प्रदर्शित नहीं हो रही है, गलत प्रदर्शित हो रही है या ऐसी एंट्री में संतुष्ट नहीं है तो, ऐसे कार्मिकों को एसआईपीएफ पोर्टल पर जीपीएफ ट्रांसजेक्शन जीपीएफ ऑल्ड लेजर स्क्रीन ऑल्ड लेजर में स्वयं के स्तर पर प्रविष्टि में सुधार करने की सुविधा दी गई है। उन्होंने बताया कि एसआईपीएफ पोर्टल में प्रक्रिया के तहत अपनी जीपीएफ की लुप्त, गलत कटौतियों में सुधार किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि एसआईपीएफ पोर्टल पर जीपीएफ ट्रांसजेक्शन जीपीएफ ऑल्ड लेजर स्क्रीन पर फॉर एसआईपीएफ के कॉलम में इस विभाग द्वारा की गई एंट्री दिखाई देगी। उन्होंने बताया कि फॉर एम्पलाई के कॉलम में अंशदाता स्वयं एंट्री कर सकता है एवं साक्ष्य के रूप में अपलोड कर सकता है। यह सुविधा कार्मिकों को सूचना जारी होने के 90 दिवस तक उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि उक्त अवधि के उपरान्त एसआईपीएफ पोर्टल पर उक्त सुविधा बंद कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 90 दिवस के यदि अंशदाताओं द्वारा कोई आपत्ति प्रस्तुत नहीं की जाती है तो विभागीय रिकार्ड को ही अंतिम माना जाएगा। उन्होंने समस्त जीपीएफ अंशदाता उपरोक्त प्रक्रियानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये है।