सरपंच व VDO काम पर लौटे, शिविर में
प्रशासन शहरों व गांवों के संग अभियान शनिवार से शुरु हो गया। अभियान के पहले दिन सरपंच और VDO काम पर लौट आए लेकिन राजस्व सेवा के अधिकारी पटवारी, गिरदावर और तहसीलदार बहिष्कार पर उतर गए है। शिविर का मुख्य उद्देश्य पट्टा आवंटन, बंटवारा, नियमन, भूमि आवंटन, नामांतरण जैसे कार्य राजस्व सेवा के अधिकारियों के बहिष्कार के चलते अटक गए।राजस्व सेवा परिषद के आह्वान पर प्रदेशभर में प्रशासन शहरों व गांवों के संग अभियान का बहिष्कार किया जा रहा है। सात सूत्री मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत है। सरकार ने उनकी मांगों को लेकर समझौता भी किया था, लेकिन सरकार ने समझौते के तहत मांगों को अब तक पूरा नहीं किया है। सरकार जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है,तब तक सरकारी कार्यों के साथ ही अभियान का भी बहिष्कार किया जाएगा।
शिविर में राजस्व सम्बंधित कार्य नही होने पर जेठाणा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम लिखा पत्र
सागवाड़ा। ग्राम पंचायत जेठाणा में शिविर में राजस्व कार्मिकों के नही आने से शिविर में राजस्व सम्बन्धित कार्य नही होने से ग्रामीणों एवम ग्राम पंचायत ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र सौंपा। पत्र में बताया कि 2 अक्टूबर को प्रशासन गांवो के संग अभियान के तहत जिले के सभी ब्लॉक की अलग अलग ग्राम पंचायतो में प्रशासन गांवो के संग अभियान की शुरुआत हुई।
उक्त अभियान में जहां एक तरफ राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप राजस्व विभाग की प्रमुखता के साथ लम्बे समय से लंबित एवम राजस्व सम्बन्धित तकनीकी समस्याओं का निपटारे करने थे। राजस्व सेवा परिषद द्वारा पूर्व निर्णय अनुसार प्रशासन गांवो के संग व शहरों के संग का बहिष्कार किया गया है जिसकी वजह से सागवाड़ा के ग्राम पंचायत जेठाणा में शिविर में तहसीलदार, गिरदावर व पटवारी शिविर में अनुपस्थित रहे। राजस्व सेवा परिषद के घटक कर्मचारियों के शिविर में नहीं आने से शिविर में आमजन के राजस्व से सम्बंधित कार्य नही हो पाया।
साथ ही पत्र में ग्रामीणों बताया कि राजस्व विभाग के कार्मिकों ने कोरोना काल में आमजन के लिए बहुत अच्छा कार्य किया है। ग्रामीणों ने राजस्व कार्मिको की मांगों का समर्थन करते हुवे सरकार से मांगे मान लेने हेतु आग्रह किया ।