आसपुर। श्री निष्कलंक भगवान की रथयात्रा बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद महाराज के सानिध्य में मावभक्तो ने गाजे बाजो व भजन कीतर्न करते हुए जयपुर होते हुए मेवाड़ की यात्रा पूरी कर ली। करीब 400 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने के बाद शुक्रवार 30 सितंबरको वागड अंचल के डूंगरपुर व बांसवाड़ा के प्रमुख व प्रसिद्ध स्थलों की यात्रा कर 2 अक्टूबर को साबला में पहुंचेगी।
वही भगवान निष्कलंक की रथ की शोभायात्रा गुरुवार को मेवाड़ में सन्त मावजी महाराज की निर्वाण स्थली शेषपुर झल्लरा पंहुचने पर इटावा ब्राह्मण समाज के साथ सर्व समाज के मावभक्तो ने गाजे बाजोमंगल कलशों के बीच भगवान निष्कलंक के रथयात्रा व महंत का जोरदार स्वागत किया।वही धोलागढ़ शिव मंदिर परिसर में रूद्र वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी प्रकाशानंद महाराज के सानिध्य में भक्तों ने जयकारों के बीच रथयात्रा का स्वागत किया।
गौरतलब यह हैं कि भगवान श्री हरी के दस अवतारो की प्रतिमाओं को साबला हरी मंदीर से 5 अक्टूबर को गाजे बाजे के साथ बेणेश्वरधाम पर पहुँचेगी। धाम पर 27 नवंबर से 2 दिसंबर को श्री राधाकृष्ण मंदिर स्वर्ण शिखर,1008 कुंडीय विष्णुयाग महायज्ञ व 11000 ताम्र कलशों की शोभायात्रा प्रस्तावित हैं।