जिला कलक्टर ने किया राज्य की प्रथम महीलाओं द्वारा संचालित पोल्ट्री हेचरी का शुभारम्भ।
आसपुर। राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् (राजीविका) के वित्तिय सहयोग (20 लाख लागत) से राजस्थान की प्रथम महीलाओं की देखरेख मे संचालित कि जाने वाली किरण राजीविका क्लस्टर संगठन आसपुर द्वारा स्थापित पोल्ट्री हेचरी के उद्घाटन के अवसर पर जिला कलक्टर ने महीलाओं को मुर्गीपालन गतिविधि को व्यवसाय के रूप में अपनाकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने। उन्होने कहा की राजीविका द्वारा महीलाओं के आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तीकरण की दिशा में अच्छा कार्य किया जा रहा है।
उन्होने महीलाओं को विभीन्न सरकारी योजनाओं - चिरंजीवी योजना, प्रधानमन्त्री बीमा योजना, फसल बीमा, पशु बीमा, पालनहार एवं विभीन्न योजनाओ की जानकारी रखकर लाभ उठाने हेतु कहा। कलस्टर महोदय से महीलाओं के साथ संवाद भी किया एवं गीता देवी, कमला देवी एवं टीना देवी द्वारा अपनी सफलता की कहानी बताई। इस हेचरी के माध्यम से एक माह मे 10 से 15 हजार चुजें निकाले जा सकते है।
प्रारम्भ में जिला परियोजना प्रबंधक हितेश कुमार चैबीसा ने जिले में राजीविका द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवं उपलब्धीयों को विस्तार से बताया। उन्होने बताया की शीघ्र ही जिले में दो सेनेटरी यूनिट की स्थापना भी की जा रही है।
आसपुर ब्लाॅक ैक्ड द्वारा अपने उद्बोधन में कहा की महीलाओं के सशक्तीकरण के बीना कोई भी समाज सशक्त नही हो सकता है। उन्होने ब्लाॅक में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
ब्लाॅक विकास अधिकारी वालसिंह राणा ने राजीविका समूहो को हर स्तर पर सहयोग एवं इस हेतु वर्किग शेड बनवाने का आश्वासन दिया । ब्लाॅक परियोजना प्रबंधक गिरिश लबाना ने आसपुर ब्लाॅक की प्रगति एवं हेचरी की प्रक्रिया का विवरण दिया और इस युनीट के सफल संचालन का आश्वासन दिया। जिला प्रबंधक आजीविका असलम शाह ने जिले में चलाई जा रही कृषि/पशुपालन व अकृषि कार्यो के माध्यम से किस प्रकार आजीविका को बढाया जा सके को विस्तार से बताया।
कार्यक्रम का संचालन गिरिश लबाना एवं आभार नरेन्द्र सिंह ने व्यक्त किया। कार्यक्रम मे आसपुर, साबला ब्लाॅक के चारो सीएलएफ के पदाधिकारी, म्ब् सदस्य, क्लस्टर के समस्त स्टाफ सीसी, मेनेजर, डाटा सखी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधी, सरपंच, उपसरपंच, वार्ड पंच एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।