डूंगरपुर ll जिले के चौरासी थाना क्षेत्र में बीमार एक महिला की झोलाछाप के इलाज के बाद मौत हो गई। इधर महिला की मौत के बाद परिजनों ने झोलाछाप के खिलाफ इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। चौरासी थानाधिकारी बंशीलाल ने बताया कि महूडी विकासनगर निवासी वेलाराम ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इसमें बताया है कि उसकी पत्नी लीला ननोमा ओर तीन बच्चो को दो दिनों से बुखार व खांसी आने पर बुधवार को करावाडा गांव में एक निजी क्लिनिक पर इलाज करवाने ले गया। झोलाछाप ने महिला को ड्रिप चढ़ाई, जबकि तीनों बच्चों को इंजेक्शन लगाया। इसके बाद वह मोटरसाइकिल लेकर वापस अपने घर जाने लगे। रास्ते में लीला की तबियत फिर से खराब हो गई और उल्टी-दस्त होने लगे, जिस पर वेलाराम पत्नी को लेकर देर शाम को डूंगरपुर के एक निजी अस्पताल लेकर पंहुचे। महिला की हालत खराब होने पर निजी अस्पताल में भर्ती कर उसका इलाज शुरू कर दिया। इस दौरान महिला की तबियत ठीक होने की बजाय बिगड़ती गई और देर रात को इलाज के दौरान मौत हो गई। जिस पर परिजनों ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। वही सुबह घटना की सूचना पर चौरासी थानाधिकारी बंशीलाल, चौकी प्रभारी मनोहरसिंह मय जाब्ता मौके पर पंहुचे और घटना की जानकारी ली। महिला के पति ने रिपोर्ट में बताया की झोलाछाप के गलत इलाज से उसकी पत्नी की तबियत बिगड़ गई और उसकी मौत हुई है। पति ने झोलाछाप को गिरफ्तार करने की मांग रखी। इस पर पुलिस ने निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद पुलिस ने मेडिकल बोर्ड के माध्यम से शव का पोस्टमार्टम करवाया। वहीं महिला की मौत के बाद तीन बच्चों के सिर से माँ का साया उठ गया।