सीमलवाड़ा। देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि व लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती पर सीमलवाड़ा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्व गांधी व स्व पटेल की तस्वीर पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई।अपने सम्बोधन में पूर्व प्रधान निमिषा भगोरा ने कहा कि आयरन लेडी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश को आत्मनिर्भर व शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में विश्व के मानचित्र पर प्रदर्शित करने का काम तो किया ही आजीवन ग़रीबो समाज के कमजोर वर्ग के लोगो के उत्थान के लिए प्रयास किए और देश की एकता ओर अखंडता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम गांधी ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में देश का कुशलतापूर्वक नेतृत्व करते हुए अन्तराष्ट्रीय पटल पर भारत को प्रतिष्ठापूर्ण स्थान दिलाया।पूर्व प्रधान भगोरा ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की सोंच नए आजाद भारत की राष्ट्रीय एकता के लिए प्रेरणादायक थी विविधता में एकता के सिद्धांत और भारत की स्वतंत्रता के लिए एकजुट होने के विश्वास ने सरदार पटेल को लौह पुरुष बना दिया।गोष्ठी में जिला महामंत्री मुस्ताक अहमद पठान, ब्लॉक अध्यक्ष प्रकाश पाटीदार,पंचायत समिति सदस्य महेंद्र भगोरा, विमल प्रकाश डोडियार, जिला महामंत्री हबीब भाई फुमती,युवा नेता रूपचंद भगोरा ने भी श्रीमती गांधी व सरदार पटेल के जीवन पर प्रकाश डाला।इस मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य भवानी सिंह डामोर ,जिला सचिव हेमंत शाह ,ओबीसी के ब्लॉक अध्यक्ष अमृतलाल कलाल, पूंजीलाल भगोरा ,युवा नेता उदयलाल बंजारा ,पूर्व पंचायत समिति सदस्य हीराभाई, रमन भाई डामोर, प्रवीण भाई डामोर, कांति भाई डामोर, राकेश भाई डामोर, भंवरलाल लबाना, युवा नेता शाहिद बंगा, ओबीसी महामंत्री चंद्र लबाना समेत कार्यकर्ताओं द्वारा दोनों की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वक्ताओं द्वारा इन महान विभूतियों के दिए हुए आदर्श एवं उनके धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की भावना के अनुरूप हर व्यक्ति को अपने जीवन में हमेशा ही उनके द्वारा दिए गए उपदेशों पर चलकर एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करने हेतु संकल्पित होने की बात कही साथ ही साथ सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा सकल भारत के एकीकरण का उदाहरण हर व्यक्ति को अपने जीवन में पाना चाहिए तथा भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी के सिद्धांतों एवं उनके व्यक्तित्व एवं आधुनिक भारत के निर्माण में जिस प्रकार से इनका योगदान रहा है तथा अपने राष्ट्र की रक्षा हेतु जिस प्रकार के उन्होंने मजबूती एवं साहस भरी फैसलों के साथ हिंदुस्तान को एक नई ऊंचाई प्रदान करने में जिस प्रकार का योगदान रहा है उन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता है।