समता सागर जी महाराज के पिच्छी परिवर्तन व चातुर्मास कलश निष्ठापन समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया
श्री मुनिसुव्रत नाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र हथाई में चातुर्मास हेतु विराजित आचार्य शांतिसागर (छाणी) परंपरा के षष्टम पट्टाचार्य आचार्य 108 श्री समता सागर जी महाराज के पिच्छी परिवर्तन व चातुर्मास कलश निष्ठापन समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया कार्यक्रम के प्रारंभ में बाल ब्रह्मचारिणी मीना दीदी ने मंगलाचरण किया तत्पश्चात सेठ सुधीर कुमार सिंघवी परिवार को आचार्य श्री को मयूर पिच्छिका भेंट करने का, राजेंद्र सिंघवी परिवार को पाद प्रक्षालन का एवं महेंद्र सिंघवी परिवार को जिनवाणी भेंट करने एवं आरती का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस दौरान आचार्य ने अपने प्रवचन में कहा कि चातुर्मास संतो के तपस्या का समय होता है इस दौरान साधु एक जगह पर रह कर अपनी तपस्या करता है । इस समय आमजन भी साधु का सानिध्य पाकर अपने कर्मों को क्षय करते हैं तथा आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर होते हैं । धर्म सभा के पश्चात सभी श्रावकों के घर पर मंगल कलश स्थापित किए गए इस दौरान हथाई समाज के सेठ सुधीर सिंघवी अध्यक्ष राजेंद्र सिंघवी महामंत्री सूरजमल गांधी उपाध्यक्ष कांतिलाल गांधी देवेंद्र गांधी छबीलाल गांधी मणिलाल गांधी नानालाल एस गांधी नानालाल गांधी ललित गांधी वीर प्रकाश भंवरा महिपाल गांधी महेंद्र सिंघवी सुरेंद्र गांधी पवन गांधी विपुल सिंघवी पंकज गांधी निखिल सिंघवी अंकित गांधी अर्पित गांधी प्रवीण भंवरा संजय गांधी निलेश गांधी रतनपाल गांधी आदि उपस्थित रहे।