डूंगरपुर पहुंची शाकाहार सदाचार मधनिषेध अध्यात्मिक जन जागरण यात्रा
फलोज में सत्संग कार्यक्रम, सरकार व साकाहार का पढ़ाया पाठ
दोवडा | जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था की ओर से मथुरा से शुरू हुई 82 दिवसीय शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध आध्यात्मिक जन जागरण यात्रा डूंगरपुर पहुंची | इस दौरान जिले के फलोज गाँव में सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ | कार्यक्रम में पंकज महाराज ने आमजन को शाकाहार व सदाचार का पाठ पढाया | वही उन्होंने युवाओं में अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार की जरुरत भी बताई |
जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था की ओर से 82 शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध आध्यात्मिक जन जागरण यात्रा निकाली जा रही है | संस्था के मथुरा स्थित मुख्यालय से शुरू हुई 82 शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध आध्यात्मिक जन जागरण यात्रा आज डूंगरपुर जिले के फलोज गाँव में पहुंची | जहा पर संस्था की ओर से सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ | इस दौरान बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए | सत्संग कार्यक्रम को पंकज महाराज ने संबोधित किया | अपने संबोधन में पंकज महाराज ने लोगो को शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध का पाठ पढाया | उन्होंने कहा की आज के समय में लोग मांसाहार , मदिरापान की तरफ जा रहे है जिससे उनका व उनके परिवार का ह्रास हो रहा है | उन्होंने कहा कि शरीर सच्चा हरि मन्दिर है। मनुष्य होने के कारण हमें यह विचार करना चाहिए कि जिस प्रकार हम लोग ईंट-पत्थर का मन्दिर बनाते है तो उसमें मांस, मछली, अण्डा, शराब जैसे अखाद्य पदार्थों को नहीं डालते है, उसको साफ-सुथरा रखते है। उसी प्रकार प्रभु के बनाये हुये इस तनरूपी मन्दिर में जिसमें ईश्वर अंश चेतन जीवात्मा रूह बैठी हुयी है, इसे साफ रखना चाहिए | वही अपने संबोधन में पंकज महाराज ने कहा की आज युवाओं में अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार की जरूरत है। अच्छे संस्कार के अभाव में आज भारतवर्श में वृद्धाश्रमों की संख्या बढ़ती जा रही है। अच्छे संस्कार सन्त-महात्माओं के सत्संग में पड़ता है। उन्होंने कहा की हिन्दू-मुसलमान, सिख-इसाई सभी में ईश्वर अंश की जीवात्मा बैठी है। धर्म-मजहब के नाम पर लड़ाई करना शैतानो व हैवानों का काम है। ऐसे में सभी को आपस में मिल जुलकर प्रेम से रहना चाहिए । इस अवसर पर संस्था के कई पदाधिकारी व प्रबन्ध समिति के सदस्य भी मौजूद रहे |