बांसवाडा | किर्गिस्तान में भड़की छात्र की हिंसा के बाद बांसवाड़ा के भी छात्र और उनके परिजनों की चिंता बढ़ गई है। वागड़ के सैकड़ो छात्र किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। सभी इस समय चिंताग्रस्त हैं और हॉस्टल में रह रहे हैं।पूर्व में किर्गिस्तान में रह चुकी समाजसेविका प्रगति उपाध्याय ने कुछ छात्र से हुई बातचीत के आधार पर बताया- वहां स्थिति कंट्रोल में नहीं है। बच्चे परेशान हैं। दो दिन पहले तक तो उनसे संपर्क हो रहा था। लेकिन अब किसी को भी बात करने की परमिशन नहीं दी जा रही। उन्होंने बताया- इंडियन एंबेसी ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है कि कोई मोबाइल और नेट का इस्तेमाल नहीं करे। न वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करे।
एंबेसी उनकी हर संभव मदद कर रही है। साथ ही यूनिवर्सिटी को भी निर्देश दे दिए हैं कि जो स्टूडेंट्स शहर में अलग-अलग रह रहे हैं, उन्हें हॉस्टल में रखा जाए। साथ ही उनके राशन के प्रबंध किया जाए। चिंता यह है कि हमलावर हॉस्टल और रिहायशी क्षेत्र में भी हमले कर रहे हैं। हालांकि बांसवाड़ा के किसी भी छात्र पर हमले की कोई सूचना नहीं है। दो दिन पहले एक स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया के जरिए मदद की गुहार की थी। इसके बाद स्थानीय मंत्री सांसद और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से विदेश मंत्रालय तक सूचना पहुंचा दी गई है। सरकार से अपील भी की है कि भारतीय छात्रों को जल्दी से जल्दी सुरक्षा प्रदान की जाए। उपाध्याय ने बताया कि कुछ छात्र छिपकर जैसे तैसे संपर्क कर रहे हैं। उन्हें मैनेजमेंट ने पहले ही डरा दिया है कि किसी भी तरह से यहां के वीडियो पोस्ट किए और जानकारी दी तो डिग्री रोक की जाएगी।