जिला अस्पताल में जरुरी दवाओं का टोटा, प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने को मजबूर मरीज
डूंगरपुर। जिले के मेडिकल कॉलेज के अधीन जिला अस्पताल में जरुरी दवाओं का टोटा हो गया है। जिला अस्पताल में दिखाने आने वाले मरीजों को बीपी-शुगर, उल्टी-दस्त, बुखार, एंटीबायोटिक दवाओं सहित अन्य जरुरी दवाये नहीं मिल रही है,जिसके चलते मरीज दवाओं के लिए भटक रहे है और निजी मेडिकल स्टोर से दवा खरीदकर अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है ।
डूंगरपुर जिले में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक हो चुकी है | पिछले तीन दिन में डूंगरपुर जिले में 28 कोरोना के सामने आ चुके है | वही बदलते मौसम के चलते जिला अस्पताल में सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, उल्टी-दस्त, पेट दर्द के मरीज बढ़ गए है। इधर बीपी ओर शुगर जैसी बीमारी से जुड़े मरीज भी अस्पताल आ रहे है। राज्य सरकार की ओर से निःशुल्क दवा योजना में जिला हॉस्पिटल में 600 से ज्यादा दवाइयां रखी जा रही है, लेकिन दवाइयों की कमी से मरीज भटक रहे है। जिला अस्पताल में जरुरी दवाओं की कमी के चलते मरीजो को दवाओं को लिये भटकना पड़ रहा है |
प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने को मजबूर मरीज
डॉक्टर को दिखाने के बाद लिखी दवाइयों को लेने मरीज ओर परिजन निःशुल्क दवा काउंटर पर जा रहे है। लेकिन उन्हें पूरी दवाइयां नहीं मिल रही है। पर्ची पर डॉक्टर की ओर से लिखी 5 दवाइयों में से मुश्किल से 2 से 3 दवाइयां ही मिल रही है। ऐसे में बची हुई दूसरी दवाइयां मरीज प्राइवेट मेडिकल स्टोर से खरीदने को मजबूर है, जंहा उन्हें दवाइयां खरीदने के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है।
कई बार दवाइयों को ड्रग वीयर हाउस से आने में देरी हो जाती है- पीएमओ
वही जब डूंगरपुर जिला अस्पताल में दवाओं की कमी के बारे में पीएमओ डॉ कांतिलाल मेघवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा की कई बार दवाइयों को ड्रग वीयर हाउस से आने में देरी हो जाती है। उस समय दवाई नहीं मिली होगी। अगर कोई दवाई नहीं है तो उसे अस्पताल की ओर से खरीदकर भी उपलब्ध करवाई जाती है | बहराल डूंगरपुर जिला अस्पताल के पीएमओ जिला अस्पताल में दवाओं की कोई विशेष समस्या नहीं होने की बात कर रहे हो लेकिन हकीकत कुछ और ही है | डॉक्टर्स द्वारा जो दवाये मरीजो को लिखी जाती है अधिकतर उसमे से आधी से ज्यादा दवाये निशुल्क दवा स्टोर पर होती नहीं ही नहीं है जिसके चलते मरीजो को निजी मेडिकल शॉप्स से वे दवाये खरीदनी पड़ती है | जिससे लोगो को राज्य सरकार की निशुल्क दवा योजना का लाभ नहीं मिल पाता है |