डूंगरपुर | जिला कलेक्टर शुभम चौधरी ने आज दोवडा ब्लाक के फलोज मॉडल स्कूल व डूंगरपुर ब्लाक के खेमारू मॉडल स्कूल का निरीक्षण किया | इस दौरान जिला कलेक्टर चौधरी ने जहा विद्यार्थियों की क्लास ली वही विद्यार्थियो से अंग्रेजी भाषा में संवाद करते हुए उन्हें झिझक छोड़कर अंग्रेजी भाषा में संवाद के लिए प्रेरित किया | इधर अपने निरीक्षण के दौरान कलेक्टर चौधरी ने दोनों स्कूलों में शैक्षिक व सहशैक्षिक गतिविधियों की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए | डूंगरपुर जिला कलेक्टर शुभम चौधरी कलेक्टर का कार्यभार संभालने के बाद आज जिले के दौरे पर निकली | अपने दौरे के दौरान कलेक्टर चौधरी नेदोवडा ब्लाक के फलोज मॉडल स्कूल व डूंगरपुर ब्लाक के खेमारू मॉडल स्कूल का निरीक्षण किया | अपने दौरे के दौरान कलेक्टर चौधरी सबसे पहले दोवडा ब्लाक के फलोज मॉडल विद्यालय ओर फिर उसके बाद डूंगरपुर ब्लाक के खेमारू मॉडल विद्यालय का निरीक्षण किया | इस दौरान उन्होंने दोनों स्कूलों के कक्षा-कक्षों में चल रही कक्षाओं का अवलोकन किया | इधर कलेक्टर चौधरी ने मॉडल विद्यालय फलोज में आठवी कक्षा में अंग्रेजी विषय के चल रहे अध्ययन के दौरान कक्षा कक्ष में बैठकर अध्ययन अध्यापन को देखा। फिर इसके बाद कलेक्टर ने एक शिक्षिका के रूप में विद्यार्थियो को कई विषयों में बोर्ड पर पढ़ाते हुए उन्हें जानकारी दी साथ विद्यार्थियो के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देते हुए उनका मार्गदर्शन भी किया |
इधर दोनों विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने स्कूल के विद्यार्थियो से अंग्रेजी भाषा में संवाद किया इस दौरान कलेक्टर द्वारा अंग्रेजी भाषा में पूछे गए सवालों का कई विद्यार्थियो ने बखूबी अंग्रेजी ही भाषा में जवाब दिया वही कुछ विद्यार्थी अंग्रेजी भाषा में बोलने में झिझकते भी नजर आये | लेकिन कलेक्टर ने झिझक रहे विद्यार्थियों की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें विदयालय के दौरान अंग्रेजी भाषा में ही आपस में बातचीत के लिए प्रेरित किया | वही कलेक्टर चौधरी ने संस्था प्रधानों को निर्देशित किया कि बच्चों में अक्सर अंग्रेजी विषय को लेकर एक डर और झिझक होता है, ऐसे में रूटीन बोलचाल में भी अंग्रेजी में बातचीत करने का प्रयास करें जिससे बच्चों में इस विषय को लेकर बना हुआ डर और झिझक दूर हो सके | वही जिला कलेक्टर शुभम चौधरी ने दोनों ही विद्यालयों में लैब में जाकर की बच्चों के द्वारा बनाए गए विज्ञान के मॉडल को दिखा उनकी क्रियान्वित महत्ता आदि के बारे में जानकारी लेते हुए सराहना की इसके साथ ही उन्होंने विद्यालयों में संचालित पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया तथा वहां आ रही पुस्तकों के बारे में जानकारी प्राप्त की वही उन्होंने पुस्तकालय हेतु बच्चों में जनरल नॉलेज बढ़ाने वाली पुस्तकों के साथ ही व्याकरण , टेक्नोलॉजी संबंधी पुस्तकों को भी बढ़ावा देने संबंधी निर्देश दिए।