किराणा दुकान चलाते हुए टीवी सीरियल देखकर पति-पति ने रचा जालसाजी का खेल, अनाथ 6 भाई-बहनों की मॉ की मौत पर आए 2 लाख, खाते से 1 लाख 2 हजार रुपए निकालकर हड़पे, दोनों गिरफ्तार

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डूंगरपुर। किराणा की दुकान चलाकर गुजर-बसर करने वाले भरत नाई ने टीवी सीरियल देखकर जालसाजी की ऐसी योजना बनाई की अनाथ 6 भाई-बहनों को भी नहीं बख्शा। आरोपी पति-पत्नी ने पहले अनाथ भाई-बहनों को सरकारी मदद दिलाने का भरोसा, फिर माँ की मौत पर सरकार से मिली 2 लाख की सरकारी मदद में से 1 लाख 2 हजार रुपये खाते से निकालकर हड़प लिए। जालसाजी के दोनों आरोपी पति-पत्नी अब पुलिस के शिकंजे में है।

सागवाड़ा थानाधिकारी सुरेंद्र सोलंकी ने बताया कि प्रियंका अंगारी (20 वर्ष) निवासी रानीबिली गांव फलातेड ने 1 सितंबर को केस दर्ज करवाया था। इसमें बताया कि वह 6 भाई-बहन है, जिसमें 3 बहनें और 3 भाई है। इसमे सबसे बड़ी वह खुद प्रियंका है। इसके बाद भाई राजेंद्र 18 वर्ष, बहन प्रमिला 15 वर्ष, मनीष 13 वर्ष, रविना 10 वर्ष और नरेश 8 वर्ष का है। उनके पिता लवजी अंगारी की 13 साल पहले 2008 में मोत हो गई थी, जबकि 2019 में माँ क़ुर की भी बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद सभी 6 भाई-बहन साथ रहते थे। दादा-दादी की भी हो चुकी मौत, 6 भाई बहनों में कोई भी पढ़ाई नहीं करता, मजदूरी कर चलाते थे घरप्रियंका समेत उसके 6 भाई-बहनों में कोई भी पढ़ाई नहीं करता है। दादा ओर दादी की भी पिता की मौत से पहले ही मौत हो चुकी थी। ऐसे में पिता की मौत के बाद माँ ही उनका सहारा थी, लेकिन माँ की मौत के बाद बेसहारा हुए इन 6 भाई-बहनों में बड़े 3 भाई-बहन मजदूरी करते थे। मजदूरी से जो मिल गया उसी से उनका परिवार चलता था।

मॉ की मौत के बाद सरकारी सहायता का झांसा देकर हड़पे 1 लाख 2 हजार

प्रियंका ने बताया कि उसकी माँ क़ुर की तीन साल पहले मौत के बाद भरत नाई व उसकी पत्नी रेखा नाई निवासी वानियाप उसके घर आये। दोनो ने गरीबों की सहायता करने की बात कहते हुए कहा कि तुम्हारी मम्मी की मौत पर श्रम विभाग से पैसे आएंगे और इसके लिए संयुक्त खाता खोलना होगा। इसके लिए वे सभी 6 भाई-बहनों को लेकर बड़ौदा राजस्थान  क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सागवाड़ा गए, जहां उनके नाम संयुक्त खाता खुलवाया। खाता खुलवाने के नाम पर भरत ने उनसे 5 हजार रुपये हड़प लिए। इसके कुछ दिनों बाद भरत उन्हें फिर से बैंक ले गया जहां उनके साइन करवाकर बैंक चैक बुक व एटीएम कार्ड इश्यू करवाया। बैंक में पैसे आने पर खाते से रुपये निकालकर उन्हें देने का झांसा देकर 10 कोरे चैक पर साइन करवा लिए। इसके बाद श्रम विभाग से 2 लाख रुपये मिलते ही आरोपियों ने 1 लाख 2 हजार रुपये चैक व एटीएम कार्ड से निकाल लिए। वही 1 लाख रुपये की एफडी हो जाने से इस राशि को नहीं निकाल सके।

पकड़े जाते ही भरत बोला- टीवी सीरियल देखकर बनाई योजना

सागवाड़ा पुलिस ने मामले में आरोपी भरत भाटिया नाई व उसकी पत्नी रेखा भाटिया नाई निवासी वानियाप को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भरत ने पकड़े जाने पर बताया कि वह गांव में किराणा की दुकान करता है। इस दौरान टीवी सीरियल देखकर उसके मन में भी जालसाजी की योजना आई और फिर पत्नी के साथ मिलकर अनाथ बच्चों को फंसाकर रुपये ऐंठ लिए। थानाधिकारी सुरेंद्र सोलंकी के साथ एसआई गोपाललाल, कांस्टेबल भूपेंद्रसिंह व यशपालसिंह की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए घटना का खुलासा किया है। कार्रवाई में सबसे बड़ा योगदान कांस्टेबल भूपेंद्रसिंह का रहा।

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