गुरु पूर्णिमा पर कथा वाचक कमलेश भाई शास्त्री ने कहा कि “जिनके जीवन मे गुरु नही उसका जीवन व्यर्थ है।”
सागवाड़ा। सागवाड़ा उपखंड में आज आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते है। गुरु पूर्णिमा को लेकर सागवाड़ा उपखंड के कई मंदिरों और आश्रमो में विविध अनुष्ठान हो रहे है। क्षेत्रवासी आज के दिन शिष्य अपने गुरु की विशेष पूजा करते है। शिष्य आज अपने गुरुओं को यथाशक्ति दक्षिणा, पुष्प, वस्त्र आदि दक्षिणा के रूप में भेंट देते है। वही आज खड़गदा के कथावाचक कमलेश भाई शास्त्री ने क्षेत्रवासियों को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं व बधाई दी। साथ ही शास्त्री जी ने आमजन को आज के दिन का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि आज समस्त ब्रह्मांड के लिए एक वैश्विक महोत्सव है आज का दिन सारे जगत की सारी कोमो के लिए गुरु पूर्णिमा जैसा उत्साहित दिन कभी मिलता नही है बारह महीनों में एक बार आती है गुरु पूर्णिमा। इस दौरान कमलेश भाई शास्त्री ने क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए कहा कि जिनके जीवन मे गुरु नही है उनका जीवन शुरू ही नही है। जीवन मे किसी ना किसी गुरु का होना आवश्यक होता है। बिना गुरु के जीवन व्यर्थ है।