जैन समाज के पर्यूषण पर्व की समाप्ति के बाद सागवाड़ा में गांधियों के मंदिर व जूना मंदिर से निकले अलग अलग रथ
सागवाड़ा। जैन समाज के पर्यूषण पर्व की समाप्ति पर रथ उत्सव के तहत जैन समाज ने परंपरा का निर्वहन करते हुए मंगलवार शाम को सेठो के मंदिर से एक रथ निक्सल गया। वही प्राचीन परम्परा के तहत बुधवार को गांधियों के मंदिर व जूना मंदिर से निकले अलग अलग रथ निकले।
जैन समाज के सेठ महेश नोगमिया ने कोरोना काल मे कोरोना गाइड़ लाइन की पालना करते हुए नगर में रथ की शोभायात्रा निकाली बैगर काष्ठ निर्मित कलात्मक रथ की सफाई और सजावट कर दोनों रथो को मंदिर के बाहर चबूतरे पर स्थापित किया गया। जहां समाज जनों के साथ ही नगर के लोगों ने दर्शन लाभ लिया। दोनों मंदिरों के बाहर चबूतरे पर रथों को आकर्षक रुप से सजाकर, रथो में भगवान की प्रतिमा रखकर रखा गया था जहां पवनकुमार गोवड़िया, चंद्रशेखर संघवी, नरेंद्र खोड़निया, अश्विन बोबड़ा, महेंद्र शाह, कन्हैया लाल मेहता, विजय कुमार जैन, विनय जैन, विमल जैन, नरेंद्र शाह, आनंद जैन समेत विभिन्न समाजों के लोगो ने रथों के दर्शन का लाभ लिया।