तीर्थराज सम्मेद शिखर में तपस्वी सम्राट आचार्य सन्मति सागर गुरु मन्दिर का शिलान्यास महोत्सव 8 को
सागवाडा। झारखण्ड राज्य में स्थित जैन धर्म की आस्था का सर्वोच्च केन्द्र,20 तीर्थंकरो की मोक्ष स्थली तीर्थराज सम्मेद शिखर मधुबन मे आचार्य श्री आदिसागर जी अंकलीकर परम्परा के तृतीय पट्टाधीश समाधिस्थ तपस्वी सम्राट आचार्य सन्मति सागर गुरू मन्दिर के निर्माण कार्य प्रारंभ हेतु भूमि पूंजन,शिलान्यास महोत्सव बुधवार 8 दिसम्बर को प्रातः आचार्य संभवसागर जी महाराज ससंघ, आचार्य विशुद्धसागर महाराज संसघ ,आचार्य निरंजनसागर , आचार्य प्रसन्नसागर महाराज ससंघ एवं तीर्थ राज सम्मेद शिखर में विराजमान समस्त आचार्य, उपाध्याय,मुनि,आर्यिका, क्षुल्लक ,क्षुल्लिका के सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य पण्डित विनोद पगारिया \”विरल\” सागवाडा के तत्वावधान मे किया जा रहा है। आचार्य आदिसागर अंकलीकर महिला जागृति मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेरणा शाह ने बताया कि चतुर्थ पट्टाधीश आचार्य सुनील सागर महाराज के आशीर्वाद से दिगम्बर जैन बीस पंथी कोठी के तत्वावधान मे आचार्य आदिसागरजी अंकलीकर अन्तर्राष्ट्रीय जाग्रति मंच मुंबई के संयोजन मे आयोजित दो दिवसीय महोत्सव के तहत इस मंगलवार 7 दिसम्बर को प्रातः मन्दिर निर्माण स्थल पर जिनेन्द्र भगवान का एवम गुरु प्रतिमा का अभिषेक किया जाएगा साथ ही चौसठ रिद्धि विधान पूजा की जाएगी । बुधवार को प्रातः गुरू संघ सानिध्य मे प्रतिष्ठाचार्य पगारिया के मंत्रोच्चारण के साथ कमल प्रेमलता पाटनी \’निवासी दुर्ग छत्तीसगढ द्वारा मुख्य शिला ,मंगल कलश,ताम्र प्रशस्ति स्थापित कर शिलान्यास विधि की जाएगी। महोत्सव मे भाग लेने वागड मेवाड क्षैत्र के श्रद्वालु भी रवाना हो चुके है