सरोदा|परम् आराध्य गुरुदेव दंडीस्वामी शंकराचार्य श्रीहरिहरानंद जी सरस्वती महाराज एवं ब्रम्ह्चारी श्रीकृष्णचेतन्य तपोसाधना स्थली गुरुआश्रम सरोदा में 26वी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में गुरुआश्रम पर कुँवारिका कन्याओ का पूजन किया गया। आश्रम प्रभारी डायालाल उपाध्याय ने बताया कि आचार्य चंद्रकांत शुक्ला द्वारा यजमान प्रकाश चन्द्र देवजी पंचाल के परिवारजनों द्वारा प्रातः गणपति ,मातृका पूजन ,गुरु पूजन एवं गुरूपादुका नारायण त्रिंशोपचार विधि से किया । कोराना संक्रमण के मध्येनजर पूजन विधि के बाद केवल 11 कुँवारिका कन्याओं का पाद प्रक्षालन कर पूजन किया गया ततपश्चात कन्याओं को श्रृंगार आभूषणसामग्री ,फल, एवं दक्षिणा प्रदान की गई। इस अवसर पर पूर्व उपनिदेशक हेमेन्द्र कुमार उपाध्याय ने सनातन संस्कृति में कन्या पूजन के विधान एवं उसके महत्त्व की जानकारी दी।कन्याओ के माध्यम से आद्यशक्ति लक्ष्मी,सरस्वती, अम्बे नवदुर्गा के विभिन्न स्वरूपो की जानकारी दी गयी । भारतीय हिन्दू संस्कृति में ऋषिकाल से चल रही कन्याओं के विशेष पूजन महत्त्व को बताया गया। पूजन विधि के साथ गुरूपादुका पूजन, संत्संग, भजन, गुरूगीता पाठ करने के बाद महाआरती की गई। इस अवसर पर नारायण नरसावत,अनिल पण्डया,हरि भाई ,जैनेन्द्र उपाध्याय, मालती उपाध्याय आदि गुरु साधक उपस्थित थे। लगभग 18 माह से इस वैश्विक महामारी से ग्रस्त समूचे वागड के साथ देश की रक्षा के लिए गुरु साधक अनुयायियों द्वारा गुरूगीता पाठ का वाचन करते हुई सभी के कल्याण ,स्वास्थ्य लाभ एवं यथाशीघ्र महामारी को दूर करने की प्रार्थना की गई।