दस लक्षण पर्व समापन पर निकली गंधकूटी शोभायात्रा – आचार्य अनुभव सागरजी महाराज ससंघ सानिध्य मे हुआ तपस्वियो का पारणा
सागवाड़ा। 10 लक्षण पर्यूषण महापर्व के समापन अवसर पर सोमवार को स्थानीय श्री आदिनाथ दिगंबर जैन जूना मंदिर में आचार्य अनुभव सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में मूलनायक आदिनाथ भगवान का महा अभिषेक एवं शांति धारा की गई। साथ ही मंदिर जी में स्थापित आचार्य भट्ठारक सकल कीर्ति महाराज की गादी का परिवर्तन किया गया इसके बाद पारसनाथ भगवान की प्रतिमा को गंधकुटी रजत पालकी में विराजित कर शोभायात्रा निकाली। गई जो कसारा चौक पारसनाथ चौक मांडवी चौक होते हुए दिगंबर जैन बोर्डिंग पहुंची। समाज के प्रतिष्ठाचार्य विनोद पगारिया ने बताया कि जैन बोर्डिंग के वात्सल्य सभागार मे आचार्य संघ सानिध्य में 10 लक्षण महापर्व पर 10 उपवास करने वाले तपस्वियों का सामूहिक पारणा महोत्सव हुआ । इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य अनुभव सागर जी ने कहा कि तप करने से कर्मों की निर्जरा होती है तप की प्राप्ति हेतु देव भी तरसते हैं तपश्चरण मनुष्य पर्याय में ही संभव है। शिखर रूपी कर्म जो प्रतिपल बंधते हैं वे तप रूपी हथौड़े से ही चूर होते हैं 10 उपवास कर्ताओं ने अपनी आत्मा की शुद्धि हेतु जो तप किया है वह उनके जीवन में असीम ऊर्जा का संचार करके पुण्य का कारक होगा।