बजरी खनन माफियाओं ने किया गड्ढा, नहाने गए दो सगे भाईयों की डूबने से मौत,बरबोदनिया मोरन नदी पेटे में हुआ हादसा
डूंगरपुर। । बजरी खनन माफियाओं के अवैध खनन के शिकार शनिवार को दो सगे भाई हो गए। खनन से बने गड्ढे के पानी में डूबने से दोनों भाइयों की मौत हो गई। दोनों के शव निकालकर सागवाडा अस्पताल के मुर्दाघर में रखवायें गए है, जहां कल रविवार को पोस्टमार्टम की कार्रवाई होगी। वरदा थाना क्षेत्र के बरबोदनिया गांव के पास मोरन नदी में शनिवार को दर्दनाक घटना हुई। दरअसल कृष्ण फलोत उम्र 9 वर्ष व सौम्य फलोत उम्र 6 वर्ष सुबह के समय गांव में खेलने के लिए गए गए। दोपहर करीब 1 बजे तक दोनों घर नहीं पंहुचे तो परिजनों ने तलाश शुरू कर दी, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका। शाम करीब 5 बजे परिजनों को पता चला कि कृष्ण व सौम्य मोरन नदी की ओर नहाने गए हैं। इस पर परिजन मोरन नदी क के किनारे पंहुचे, जहां दोनों बच्चों के कपड़ें व चप्पलें बाहर पड़ी हुई थी। इसके बाद परिजनों ने उनकी तलाश शुरू कर दी तो कुछ ही दूर पर नदी पेटी में बजरी खनन से बने गड्ढे में पानी मे डूबने से दोनों भाइयों की मौत हो गई थी और उनके शव पानी पर तैर रहे थे। घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर एकत्रित हो गए। घटना की सूचना पर वरदा थानाधिकारी रामेंग पाटीदार मय जाब्ता मोके पर पंहुचे ओर घटना की जानकारी ली। इसके बाद दोनों के शव को सागवाडा अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया गया है, जहां कल रविवार को पोस्टमार्टम की कार्रवाई होगी।
पिता एक महीने पहले ही पूजा पाठ करने मुंबई गए, दोनों बेटो की हुई मौत
नदी में डूबने से दो मासूम भाइयो की मौत हो गई। मृतक बच्चों के पिता हितेश फलोत मुंबई में पूजा पाठ का काम करते हैं और उनके दो बेटे ही है। दोनों बच्चे अपनी माँ के साथ घर पर रहते थे। पिता करीब एक महीने पहले ही घर से वापस मुंबई गए थे, लेकिन शनिवार देर शाम को जैसे ही उनके पिता को बच्चों के हादसे की खबर दी गई तो मानों उनके पैरो तले जमीन खिसक गई। वहीं उनके पिता हितेश बच्चो की खबर सुनकर मुम्बई से रवाना हो गए है जो कल सुबह तक ही घर पंहुचेगे। –
बजरी खनन से बना गहरा गड्ढा ओर उसी में हुआ हादसा
जिले में अवैध बजरी खनन धड़ल्ले से चल रहा है और शनिवार को हुआ हादसा इसी कारण से हुआ है। मोरन नदी पेटे में अवैध बजरी खनन माफिया सक्रिय है, जहां दिन रात बजरी खनन हो रहा है। जेसीबी, ट्रैक्टर के जरिये बजरी खनन कर सप्लाई की जा रही है। जिस कारण नदी पेटे में कई बड़े बड़े गड्ढे बन गए है और उनमें पानी भर गया है, जिससे कई बार गड्ढे की गहराई को समझ नहीं पाते और बड़ा हादसा हो जाता है, लेकिन जिले में अवैध बजरी खनन माफिया पर कोई अंकुश नहीं है। हालांकि पुलिस की ओर से अवैध बजरी खनन पर कभी कभार कार्रवाई की जाती है लेकिन इसके बाद फिर से खनन माफिया सक्रिय हो जाते है। वहीं खनन पर कार्रवाई के लिए जिम्मेदार खनन विभाग मौन है। खनन विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं के बराबर होने से खनन माफिया के हौसले बुलंद है।