ओबरी। कस्बे सहित क्षेत्र में कोई भी गौशाला नहीं होने से कई मवेशी इधर-उधर भटकते फिरते है जिससे मवेशी अपने खाने के लिए प्लास्टीक की थैलीयां एवं अन्य अपशिष्ट पदार्थ खा लेते है। अपशिष्ट पदार्थ खा लेने से उनकी तबियत खराब हो रही है जिससे गौ प्रेमियों ने कस्बे में गौशाला खोलने की मांग की। हाल ही में फल्कु नाले में एक गाय के दो दिन तक फंसे होने के बाद कुछ लोगों की मदद से उस गाय को रेस्क्यु कर बडी मुशकिल से निकाला था। दो दिन तक गंदे नाले में फंसने के कारण उसकी तबियत बहुत ही खराब हो गई। वहीं कस्बे के मुख्य बाजार में रात होते ही कई गाय इक्ट्टा हो जाती है, जिससे आने जाने वाले वाहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडता है। यह गाय रात होते ही मुख्य बाजार में आ जाती है और दिन भर खाने की तलाश में इधर-उधर भटकती रहती है। जिससे यह गाय गलियों में पडी प्लास्टीक की थैलीयां एवं अन्य अपशिष्ट पदार्थ खा लेती है। उनसे उनकी तबियत भी खराब हो रही है। गौ सेवा संघ के निलेश दवे, नारायण बामनिया, नागेन्द्र सिंह, अश्विन वैष्णव, कांतिलाल हरिजन सहित कई गौ प्रेमियों ने कस्बे में गौशाला की मांग की।