राजस्व सेवा परिषद के प्रदेश कार्यकारिणी के निर्णय पर राजस्व कार्मिक 2 अकटुम्बर से हड़ताल पर होकर प्रशासन शहरों के एवम गांवो के संघ शिविर का बहिष्कार कर रहे । आज लगातार तीसरे दिन भी तहसील सागवाड़ा के सभी राजस्व विभाग के तहसीलदार, गिरदावर व पटवारी ने तहसील में आमरण अनशन पर रहकर धरना प्रदर्शन किया । राजस्व विभाग पटवारी, गिरदावर व तहसीलदार के बहिष्कार पर रहने से आज तहसील सागवाडा के ग्राम पंचायत खड़गदा के शिविर में लोगो की किसी प्रकार के भूमि सम्बन्धित समस्याओं का समाधान नही हो पाया।
जहा एक तरफ राज्य सरकार प्रशासन गांवो के संग एवम शहरों के संग में आम जन के भूमि सम्बन्धित मामलो के प्रमुखता से समाधान होने का दावा कर रही है। वही दूसरी तरफ शिविर में राजस्व विभाग के कार्मिको के नही आने से ग्रामीणो पुराने भूमि सम्बंधित विवादो एवम जमीन से जुड़े कार्य नही होने से मायूस होकर लौटना पड़ा।
तहसील में धरने पर बैठे राजस्व कार्मिको से उनके शिविरो के बहिष्कार के सम्बंध में जानकारी लेने राजस्व सेवा परिषद द्वारा बताया गया की हमे भी इस तरह आम जनता के शिविरो में मायूस होकर जाने का काफी दुख है। परंतु सरकार से हमारे पूर्व में हुवे समझौतो ओर मांगो पर कोई समाधान नही हुआ है, आगे भी अगर सरकार हमारी मांगे नही मानती है तो प्रशासन गांवो के संग एवम प्रशासन शहरों के संग अभियान का बहिष्कार यथावत रहेगा।
सरकार द्वारा राजस्व सेवा परिषद के साथ समय-समय पर हुवे समझौतों के अनुसार विभिन्न मांगों में
1. पटवारी, गिरदावर एव तहसीलदार के वेतन विसंगतिया दूर करना
2.3 जुलाई 2021 को पटवार संघ के साथ हुवे समझौते की पालना करना
3.नगर निकाय में पट्टो के पंजीयन का अधिकार उपपंजीयक के पास यथावत रखना।
4.नायब तहसीलदार के पद को राजपत्रित घोषित कर 100% पद्दोन्नति से भरना
5 .केडर के सभी स्ट्रेंथ में नवीन पदों का सृजन
6.कोटा संभाग की समस्या
7.स्पष्ट स्थानांतरण नीति
गौरतलब है कि राजस्व सेवा परिषद के घटके सदस्य पटवार संघ द्वारा गत 2 वर्ष से पटवारी हक यात्रा के तहत गांधीवादी तरीके से राज्य सरकार को अपने मांगो के सम्बंध में ज्ञापन दिए एवम विभिन्न स्तर पर प्रदर्शन किया। फरवरी माह में पटवार संघ द्वारा जयपुर में विशाल रैली आयोजित कर हजारो की संख्या में पटवारी राजधानी में इकट्टे हुवे।
उसके बाद पटवारियों द्वारा लगभग 2 महीने संभागवार शहीद स्मारक जयपुर पर धरना दिया गया। उसके बाद राज्य सरकार द्वारा पटवारियों से 3 जुलाई को समझौता हुवा।
पर आज दिनांक तक कुछ कार्यवाही नही की गई। वो भी सरकार की पटवारियों से नाइंसाफी है।
राजस्व विभाग के तहसीलदार, गिरदावर एवम पटवारी तहसीलदार मयूर शर्मा के नेतृत्व में तहसील कार्यालय में धरने पर बैठे रहे।
तहसील में धरने के दौरान गिरदावर नितेश शुक्ला, दिनकर पाटीदार, यशपाल सिंह, विमिषा जैन,मुकेश परमार,देवेन्द्र सिंह, शब्बीर मोहम्मद, राजेश, लक्ष्मीकान्त , शिवराम एवम पटवारी मुकेश पाटीदार , विनय पुंजोत, राकेश मकवाना , दिलीप बुनकर, धर्मेंद्र,रिद्धि,प्रीतम, विपिन, दिनेश, मुकेश ,लक्ष्मी, प्रियंका, प्रेमीला, लोकेश, सन्तोष सहित सभी पटवारी उपस्थित रहे।