सागवाड़ा।। एकलव्य भील सेवा संस्थान के तत्वावधान में वाल्मीकि ऋषि मंदिर लोहारिया तालाब प्रांगण में सोमवार को मनाया गया।कोषाध्यक्ष प्रकाश अहारी ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार विश्व आदिवासी दिवस सीमित रूप से मनाया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज के अध्यक्ष मोहनलाल भगोरा ने की। मुख्य अतिथि थानाधिकारी गोपाल शर्मा थे। विशिष्ट अतिथि बीट कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह, बाबूलाल डामोर, शंकरलाल सोलंकी, शंकरलाल अहारी, नारायण लाल अहारी, धनु भाई मईडा व थावरचंद अहारी रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों द्वारा क्रांतिसूर्य बिरसा मुंडा, भील राणा पूंजा और जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। 9 अगस्त मनाने के उद्देश्य सहित आदिवासी समुदाय को उनके हक अधिकार दिलाने के लिए उनकी संस्कृति बोली भाषा व इतिहास को जानने समझने की बात पर जोर दिया। वक्ताओं ने समाज में शिक्षा रोजगार और स्वास्थ्य को लेकर कड़ा रुख अपनाने की बात कही। युवा वक्ताओं ने आने वाले समय में सरकारी भर्तियों में अधिक से अधिक समाज के युवाओं को भेजने का विश्वास दिलाया कार्यक्रम में नन्हे बच्चों के द्वारा कालीबाई कलासुआ की जीवनी पर नाटिका प्रस्तुत की और दूसरी टीम ने सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में रस्सा- कस्सी और तीरंदाजी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इससे पूर्व भवानी माता कॉलोनी स्थित हागीया भील के सिरे के आगे हवन पूजन किया गया और बस स्टैंड चौराहे को सागवाड़ा के संस्थापक हागिया भील के नाम से नामकरण करने और उनकी प्रतिमा स्थापित करने की मांग की। इस दौरान समाज की वर्तमान कार्यकारिणी सहित सलाहकार समिति और युवा साथी उपस्थित रहे।
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