ओबरी। दिगम्बर जैन समाज के पर्यूषण पर्व के पहले दिन मंदिरों में भक्तों की रेलम-पेल रही। श्रद्धालूओं ने उपवास भी रखें। कस्बे में पर्यूषण पर्व के तहत सुबह पंचामृत अभिषेक व महाशान्ति धारा हुई। मुनि वैराग्यसागर और मुनि स्वयंभूसागर ने अपनें प्रवचन में कहा कि दु:ख से मुक्ति पाने के लिए भगवान की वाणी पर श्रद्धा व विश्वास करे। भगवान के साथ अपनी आत्मा पर विश्वास रखें। जैन मंदिर में आयोजित धर्मसभा में ओबरी थानाधिकारी अनिल देवल, सरपंच शंकरलाल डामोर, हेड कानि सुरेश भोई का समाज अध्यक्ष धर्मीलाल गोदावत ने दिगंबर जैन समाज की और से स्वागत कर सम्मानित किया गया। इधर, आंतरी के जैन सभा भवन में मुनि अनुसरणसागर महाराज ने सभा को संबोधित करते हुए कहा की दीपक में शरीर और आत्मा का भेद छिपा है दीपक सिखाता है कि यह शरीर नश्वर है। आत्मा अमर है। उन्होने कहा कि तेल साँसों की तरह क्षणभंगुर है। इससें पूर्व आंतरी के दिगम्बर जैन मंदिर में सुबह भगवान श्रेयांसनाथ का महाअभिषेक हुआ।