धोखाधडी के मामले मे 02 वर्ष से फरार अभियुक्त मध्य प्रदेश से गिरफ्तार, दिपावली मनाने आया हुआ था अपने घर
सागवाड़ा। फरवरी 2020 में एम पावर माईक्रो फाईनेंस प्राईवेट लिमीटेड के मेनेजर ने पुलिस थाना सागवाडा पर एक रिपोर्ट करवाई थी।
माईक्रो फाईनेंस का कलेक्शन के रुपये लेकर हुआ था फरार
जिसमे माईक्रो फाईनेंस प्राईवेट लिमीटेड कंपनी ब्रांच सागवाडा के एक कलेक्शन करने वाले कर्मचारी राजपाल ठाकुर के खिलाफ उसके द्वारा 21 ग्राहकों से 31150 रूपयों का कलेक्शन कर स्वयं उक्त कलेक्शन लेकर भाग जाना जो राजपाल ठाकुर द्वारा कम्पनी के सदस्यों के साथ धोखाधडी कर सदस्यो का पैसा निजी कार्य में उपयोग करते हुए कम्पनी के साथ विश्वाघात करने के संबंध मे पेश करी थी ।
वांछित अपराधियों की धरपकड हेतु चलाया अभियान
पुलिस कार्यवाही प्रकरण पंजीबद्ध होने पर अनुसंधान किया जाकर अभि. राजपाल ठाकुर की काफी तलाश की गई मगर राजपाल अपनी सकुनत से फरार हो गया । राशी डोगरा डूडी पुलिस अधीक्षक ने वांछित अपराधियों की धरपकड हेतु अभियान चला कर विक्रम सिंह वृत्ताधिकारी महोदय सागवाडा के निकट सुरविजन मे मन थानाधिकारी शैलेन्द्र सिंह के नेतृत्व मे भुपेन्द्र सिंह, विरेन्द्र सिंह कानि, भानुप्रताप सिंह कानि की टीम का गठन कर घटन कर अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी बाबत निर्देश फरमाये थे।
मुखबिर की सूचना पर पकड़ में आया फरार अभियुक्त
टीम द्वारा अभियुक्त राजपाल सिंह ठाकुर की काफी तलाश करी मगर घटना के बाद से ही अपनी सकुनत से फरार हो गया था। टीम द्वारा मुखबीर की सुचना पर अभियुक्त राजपाल ठाकुर के दिपावली मनाने हेतु घर आने की सुचना पर टीम द्वारा अभियुक्त राजपाल सिह ठाकुर पिता गजराज सिह ठाकुर जाति राजपूत उम्र 25 साल निवासी गवाखेडा थाना आष्टा सिहोर मध्यप्रदेश को डिटेन कर थाने पर लाया गया जिसे गिरफ्तार किया जाकर अनुसंधान जारी है।
पहली बार दिपावली मनाने घर आया था अभियुक्त
अभियुक्त राजपाल प्रकरण दर्ज होने की सुचना पर अपनी सकुनत से फरार होकर इन्दोर चला गया था जो प्रकरण दर्ज होने के बाद पहली बार दिपावली मनाने घर आया था मगर टीम द्वारा तत्परता दिखाते हुये खुद दिपावली नही मना कर अभियुक्त राजपाल की सकुनत पर गवाखेडा थाना आष्टा सिहोर मध्यप्रदेश जाकर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।
गठित टीम में इनका सहयोग
धोखाधडी के मामले मे 02 वर्ष से फरार अभियुक्त मध्य प्रदेश से गिरफ्तार मामले में इनका विशेष सहयोग रहा। जिसमे शैलेन्द्र सिंह थानाधिकारी, भुपेन्द्र सिंह, भानुप्रताप सिंह, विरेन्द्र सिंह शामिल थे।