गायत्री शक्तिपीठ में संजीवनी साधना शिविर में शिविरार्थीयो ने लिया तन शुद्धि,मन शुद्धि,आत्म शुद्धि का लाभ
सागवाड़ा। पंचवटी रोड पर श्रीराम नगर में स्थित गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित संजीवनी साधना शिविर में देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार की छात्राओ ने सोमवार सुबह को गायत्री शक्तिपीठ में यज्ञ और हवन आदि कराया। वही गायत्री शक्तिपीठ प्रांगण में साधना शिविर में शिविरार्थीयो को योगाभ्यास की जानकारी दी।
शिविर प्रभारी हरिमुख भट्ट ने बताया कि देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार की दीक्षा करने वाली छात्राए जिसमे प्रिया शुक्ला और तनुशी पाठक द्वारा शक्तिपीठ में सुबह में यज्ञ और व्यायाम, प्राणायाम, ध्यान की जानकारी शिविरार्थियों को दी।
गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित तन शुद्धि, मन शुद्धि, आत्म शुद्धि शिविर प्रभारी भट्ट ने बताया कि शिविर में प्राकृतिक चिकित्सा, योग, प्राकृतिक आहार, प्राकृतिक रसाहार के माध्यम से असाध्य रोगों का उपचार किया जाता है। डायबिटीज ( मधुमेह) को नियंत्रित किया जाता हैं, इसके साथ ही हाईबीपी, दाद खाज, चर्मरोग, मोटापा, कब्ज, गैस, एसिडिटी, ब्लड प्रेशर, अनिंद्रा, तनाव इत्यादि का उपचार शिविर के माध्यम से किया जा रहा है। शिविर में भाग लेने वाले कई लोगों का मात्र 9 दिनों मे ही 3 से 10 किलो वजन कम हुआ है।
शिविर में दैनिक कार्यक्रम के अनुसार सुबह जागरण 2:55 बजे जीवन कल्पतरू मेथी एवं गर्म पानी का सेवन के बाद भ्रमण, दैनिक कर्म करने के बाद 4:15 से 5:45 सामूहिक जप, ध्यान प्रार्थना होती हैं। जिसके बाद सुबह में 6:30 से 7:45 बजे तक यज्ञ चिकित्सा सामूहिक पंच कुंडी यज्ञ, 8 बजे काढ़ा, 8:45 से 10:45 योग, प्राणायाम, व्यायाम, ध्यान, आसन, मुद्राएं , प्रातः 11:00 से 11:15 तक जलनेति, नैतिक उद्बोधन की कक्षा के बाद 11:30 बजे प्राकृतिक अल्पाहार होता हैं। जिसके बाद दोपहर 3 बजे तक विश्राम, 3 से 4 तक सामूहिक जप प्रार्थना, 4:15 भोजन प्रसाद विश्राम, शाम 5:30 से 6:30 सामूहिक जप, ध्यान प्रार्थना , सांय 6:30 से 7:00 सामुहिक स्वाध्याय रात्रि 8:30 बजे शयन कराया जाता है। शिविर में मोबाइल वर्जित रखा गया है।
शिविर के दौरान दैनिक क्रम का सख्ती से पालन करना होगा। शिविर के दौरान मोबाइल वर्जित रहेगा केवल विश्राम एवं रात्रि में इसका उपयोग किया जाएगा। मौसम के अनुकूल पहनने के कपड़े, पूजा, अर्चना, यज्ञ इत्यादि के लिए धोती/साड़ी पहनना अनिवार्य है। शिविरार्थियों को अपने साथ धोती, कुर्ता साथ लेकर आवे यह शिविर संपूर्ण रूप से आवासीय है अतः परिसर से बाहर निकलना वर्जित रहेगा।