सागवाड़ा के युवा चित्रकार प्रशांत कुमार शर्मा के चित्रों की एकल प्रदर्शनी का शुभारंभ
कला अंतर जगत की बर्हियात्रा है-डॉ अय्यर
सागवाड़ा। कलाकार अपने भीतर के संसार को कूची और कैनवास के माध्यम से बाहरी दुनिया के समक्ष प्रकट करता है। यह विचार दृश्य कलाकार, लेखक, शिक्षाविद तथा संस्कृतिकर्मी डॉ.श्रीनिवासन ने डूंगरपुर (सागवाड़ा) के स्वशिक्षित युवा चित्रकार प्रशांत कुमार शर्मा के चित्रों की एकल प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर रखे।
स्थानीय कला संहति ‘टखमण-28‘ कला दीर्घा में प्रारंभ हुई। इस प्रदर्शनी के अवसर पर प्रसिद्ध रंगकर्मी विलास जानवे, वरिष्ठ चित्रकार डॉ.रघुनाथ शर्मा, डॉ.युगल शर्मा, चेतन औदीच्य प्रसिद्ध मूर्तिकार चंद्रप्रकाश चौधरी, हेमंत जोशी, सुश्री वीरांगना सोनी, युवा कलाकार विजय गर्ग समेत कई कला समर्थक कला प्रेमी सम्मिलित हुए। यह प्रदर्शनी जनसामान्य के अवलोकनार्थ 5 नवंबर तक खुली रहेगी। कलाकार प्रशांत कुमार शर्मा ने अपनी कला सर्जना पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा आगंतुक कलाकारों व कला रसिकों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया।