दशा माता मंदिर का पांच दिवसीय महोत्सव शुरू, प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत 4 फरवरी को निकलेगी भव्य कलश यात्रा, 5 फरवरी को मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी
सागवाड़ा। खटीक समाज की ओर से नगर के मसानिया तालाब पर स्थित दशा माता मंदिर का 5 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव बुधवार से शुरू हुआ। मंदिर में श्री गणेश जी, दशा माताजी, बाबा रामदेवजी, भैरवजी, हनुमानजी के साथ ही अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं की स्थापना होंगी। जिसके तहत यजमानों का हेमांद्री श्रवण व दस विधि स्नान का आयोजन हुआ। प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत 5 फरवरी को मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। कार्यक्रम को लेकर कार्यकर्ताओ द्वारा मंदिर परिसर की आकर्षक सजावट की गई है, वहीं महोत्सव स्थल को माला मंडप व बिजली की रोशनी से सजाया गया है।
आयोजन को लेकर नगर के मार्गों पर जगह-जगह स्वागत बोर्ड लगाए गए है। प्रतिष्ठा पंडित निकुंज मोहन पंड्या (तलवाड़ा) के आचार्यत्व में हो रही हैं। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 4 फरवरी को नगर भव्य कलश शोभायात्रा निकलेगी। जो नगर के मुख्य मार्गो से भव्य शाही हाथी की सवारी, वरघोड़े का आयोजन रखा गया है। वरघोड़ा व कलश यात्रा मंदिर से प्रारम्भ हो खटीकवाडा,वेदो का ढाला, मांडवी चौक होते हुए लोहारिया तालाब पहुंचेगी जहां विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद कलश शोभयात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए वापस मंदिर पहुंचेगी। जिसमें ग्यारह सौ महिलाएं सिर पर कलश धारण कर आगे चलेगी। आयोजन मे 15 चोखलो के लगभग पांच हजार से भी अधिक समाजजनों के भाग लेने की संभावना हैं। शाम को महाप्रसाद एवं भजन संध्या का आयोजन होगा। कार्यक्रम को लेकर खटीकवाड़ा के हर घर पर धर्म ध्वजाएं लहरा रही हैं मौहल्ले से मंदिर तक मार्ग को दुल्हन की तरह सजाया गया हैं।
महोत्सव में भजन कलाकार गणेशलाल आवरीमाता, अनिल खोईवाल डूंगरपुर की ओर से भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव दशा माता मंदिर सहित द्वार को सजाने का कार्य शुरू किया जा चुका है। कार्यक्रम को लेकर समाज के लोगों में खासा उत्साह नजर आ रहा है।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में पहुंचेंगे संत
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संतों को भी आमंत्रण दिया गया है। जिसमें हरी मंदिर साबला के पीठाधीश्वर महंत श्री अच्युतानंदजी महाराज, गातोड धाम सेमारी पीठाधीश्वर महंत श्री फलाहारीजी महाराज सहित अन्य संत महात्माओं का सानिध्य रहेगा। महोत्सव के दौरान मंडप प्रवेश व देव पूजन, चढावा, भजन संध्या, वरघोडा, प्रसादी, प्राण प्रतिष्ठा, देव पूजन, महा प्रसादी पूर्णाहुति सहित धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
ये है मुख्य यजमान
मुख्य शिखर जगदीश बदामलाल चंदेल, दशा माता मूर्ति स्थापना रामा प्यारा सुईल, मुख्य ध्वजा निलेश बदामीलाल चंदेल, गुम्बज शिखर स्व मांगीलाल लाल गौतम बगमार, हनुमानजी मूर्ति स्थापना स्व. मांगीलाल गौतमजी बगमार, बाबा रामदेव मूर्ति स्थापना स्व. मनजी धनाजी सुईल, भैरवजी मूर्ति स्थापना जगदीश बदाम चंदेल, गणपति मूर्ति स्थापना गटु तेजा भलवाड़ा, हनुमानजी शिखर अम्बालाल फकीरा खीची, बाबा रामदेवजी शिखर राजू कुरिचंद खीची, जवारा पंचमुखी कलश राजू कुरिचंद खीची, तोलचंद लालाजी सुईल, शाही हाथी सवारी लक्ष्मण गटु खीची आदि यजमान रहेंगे।