सरोदा|रक्षाबंधन पर्व एवं श्रावण मास युक्त पूर्णिमा के संयोग पर सरोदा पादरड़ी बड़ी सामलिया कराड़ा वमासा सहित ग्रामीण क्षेत्रों के ब्राह्मण ने रविवार को विधिविधान पूर्वक श्रावणी उपा कर्म किया। सरोदा स्थिति सांगेला तालाब पर सरोदा में सुबह में आचार्य चंद्रकांत शुक्ला व प्रदीप पाठक के निर्देशन में विप्रवरों ने दशविधस्नान, हेमाद्रि श्रावण, ऋषि पूजन, देव ऋषि एवं पित्र तर्पण आदि क्रियाओं के बाद नूतन यज्ञोपवीत धारण किया। आचार्य चन्दकान्त शुक्ला ने बताया कि श्रावणी उपाकर्म आत्मशुद्धि का पर्व है वर्ष में चार मुख्य त्यौहार दशहरा, दीपावली, होली चतुर्थ श्रावणी उपाकर्म है,जो ब्राह्मणो का मुख्य त्योहार कहा जाता है इस अवसर पर कांतिलाल व्यास,अरविंद मेहता, किरण मेहता, विद्याशंकर पाठक,विनोद कुमार मेहता, प्रकाश मेहता, भव्य उपाध्याय, शिवशंकर पाठक, रमेशचन्द्र उपाध्याय, सचिन मेहता पंकज उपाध्याय प्रदीप पाठक जगदीश व्यास, नटवरलाल मेहता, दिनेश व्यास, देवीलाल पाठक,हिमांशु उपाध्याय,उमेश उपाध्याय जगदीश पाठक संजय पण्ड्या प्रमोद पाठक सहित बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग मौजूद थे।