वसुंधरा बोलीं- मेरी यात्रा राजनैतिक नहीं है – राजे ने सांवलिया सेठ के दर्शन किये, भीड़ जुटाकर दिखाई ताकत
उदयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार से मेवाड़ यात्रा शुरू की। राजे ने सांवलिया सेठ के दर्शन किये। राजे के इस कार्यक्रम में भीड़ जुटी। हालांकि राजे ने अपनी इस यात्रा को गैरराजनीतिक बताया है। लेकिन राजनीति के जानकारों का मानना है कि राजे अपनी इस यात्रा से पार्टी के नेताओं को अपनी ताकत दिखाना चाह रही है। मंगलवार को वसुंधरा की सभा में भारी भीड़ पहुंची। इसमें से कुछ लोग मंच पर पहुंच गए। पुलिस के लिए भी कंट्रोल करना मुश्किल हो गया, पहले राजे ने मंच पर चढ़ रहे कार्यकर्ताओं को फटकार लगाई, फिर भी कार्यकर्ता नहीं माने तो नाराज राजे भाषण बीच में छोड़कर बैठ गईं।
इसके बाद भी कार्यकर्ता नहीं माने। इससे पहले वसुंधरा राजे सांवलिया सेठ के मंदिर गई। मंदिर समिति के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। राजे ने पहली बार सांवरा सेठ के दर्शन कर अपनी यात्रा की शुरूआत की है। अब तक राजसमंद के चारभुजा मंदिर से ही शुरूआत करतीं थीं।मंच से राजे ने कहा कि पार्टियां कयास लगा रही है कि यह यात्रा राजनीतिक है। मगर हर बात को राजनीति से जोड़ना गलत है। उन्होंने कहा कि कोविड में कई लोगों ने अपनों को खोया है। उनके दुख में शरीक होने आई हूं। सांवरा सेठ के दर्शन कर कोविड का असर कम होने का धन्यवाद दिया है।