डूंगरपुर।। हरतालिका तीज व्रत गुरुवार को नया महादेव परिसर में सनातन महिलाओं ने प्रातः ब्रम्ह मुहूर्त में भगवान शिव परिवार की पूजा अर्चना कर किया।
समाजसेवी पूर्व पार्षद मुकेश श्रीमाल ने जानकारी दी कि मंदिर के पुजारी श्री पार्थ प्रमोद सेवक व उनकी माता ने मिट्टी के शिव परिवार की प्रतिमा बनाकर, श्रृंगार कर मंदिर प्रांगण में सनातनी महिलाओं के पूजन हेतु स्थापित किया।हिंदू पंचांग के अनुसार, हरतालिका तीज भाद्रपद की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन माता पार्वती , भगवान शंकर एवम भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमा बनाकर तीनों की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन निर्जला रहकर भोलेशंकर की आराधना करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य का भी लाभ मिलता है। हरतालिका तीज, कजरी और हरियाली तीज के बाद आती है।
*हरतालिका तीज श्रावणी तीज व कजरी तीज के बाद आता है तथा महिलाओं के लिए अखण्ड सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और महिलाएंअपने पति के स्वस्थ्य व मंगल जीवन की कामना के लिए करती है।।हरितालिका तीज व्रत का पारण करने की एक खास परंपरा है। यानी व्रत के अगले दिन ताजी जलेबी और दही सेवन कर महिलाएं पारण करती हैं। कई महिलाएं जलेबी के बजाय मेवा और चासनी से तैयार विशेष मिष्ठान का सेवन कर पारण करेंगी।
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