सीमलवाड़ाll बांसिया में गौ पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पदयात्रा का रविवार सुबह मंगल प्रवेश होने पर भव्य स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने ढोल बजाते हुए स्वागत किया। राजपूत रावला परिसर में गौ कथा का आयोजन हुआ। कथा मर्मज्ञ सुरेश गोपाल महाराज ने गौ माता की महिमा का बखान करते हुए कहा कि गौ माता की सेवा करने से अनेक प्रकार की बीमारियों से छुटकारा, कर्ज से मुक्ति, पुत्र प्राप्ति , संस्कारवान संतान प्राप्ति, वस्तु दोष निवारण किया जा सकता है। महाराज ने बताया कि गौ मूत्र में साक्षात गंगा मां व गोबर में मां लक्ष्मी का वास होता है। गौ माता साधारण पशु नहीं है , साक्षात भगवती है।गौ माता की सेवा करने से वैकुण्ड, गौ वेला में जगह मिलती है , वहीं गौ माता की सेवा नही करने पर, गौशाला का विरोध करने पर नरक की जिंदगी जीता है।गौ माता नही होगी तो सनातन धर्म व संस्कृति नष्ट हो जाएगी। गौ माता को घर में पाले, उसकी रक्षा करने का आव्हान किया। महाराज ने कहा कि गौ सेवा से सतोगण व सात्विक विचार पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि वागड़ धरा पर कुछ बाहरी शक्तियां आदिवासी समाज को तितर बितर करने में लगी हुई है। आदिवासी समाज को हिंदू धर्म से अलग करने की साजिश रची गई है। महाराज ने कहा कि धर्म के प्रति निष्ठावान बनाना होगा। महाराज ने बताया कि चेतना पदयात्रा का राजस्थान का अंतिम पड़ाव चल रहा है जिसके बाद यह पदयात्रा गुजरात प्रस्थान होगी।
4 सितंबर से 7 सितंबर तक बिछीवाड़ा में गौ कथा का आयोजन होगा। इस मौके पर ठाकुर वीरभद्र सिंह चौहान, लक्ष्मण सिंह चौहान, गजराज सिंह चौहान, करण सिंह, विक्रम सिंह चौहान, सरपंच सूरज देवी डोडियार, विनोद कटारा, लोकेंद्र सिंह समेत श्रद्धालु मौजूद रहे।