सागवाड़ा में बार एसोसिएशन, पार्श्व पद्मावती ट्रस्ट व अखिल भारतीय जैन एकता संगठन ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन
सागवाड़ा | सम्मेद शिखरजी को टूरिस्ट प्लेस बनाए जाने के नोटिफिकेशन जारी करने के बाद पूरे देश के जैन समाज द्वारा इसको लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। देश के साथ-साथ विरोध के स्वर राजस्थान के जनजाति क्षेत्र डूंगरपुर जिले में भी देखने को मिल रहे हैं। डूंगरपुर जिले में भी जैन समाज विभिन्न मुख्यालयों पर ज्ञापन देकर अपना विरोध दर्ज करवा रहा है। वहीं बुधवार को सागवाड़ा में अखिल भारतीय जैन एकता संगठन, सागवाड़ा, पार्श्व पद्मावती सेवा संस्था, सागवाड़ा , विश्व जैन संगठन, शाखा सागवाड़ा, बार एसोसिएशन, सागवाड़ा ने भी राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम सागवाड़ा उपखंड अधिकारी मणिलाल तीरगर को ज्ञापन सौंपकर नोटिफिकेशन के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया। ज्ञापन में बताया कि सम्मेद शिखर तीर्थ क्षेत्र जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों में से 20 तीर्थंकरों की निर्माण भूमि है। जैन समाज सहित विभिन्न समाजों का यह आस्था का केंद्र है और सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार इसको टूरिस्ट प्लेस का दर्जा दिया जाता है तो उसकी पवित्रता खत्म हो जाएगी। टूरिस्ट प्लेस होने के कारण यहां पर मांस मदिरा का भी सेवन किया जाएगा। जिसके चलते जैन समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत होगी। ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार नोटिफिकेशन को निरस्त कर इस पूरे क्षेत्र को पवित्र क्षेत्र घोषित किया जाए।
वही इस अवसर पर पार्श्व पद्मावती सेवा संस्था अध्यक्ष विजय कुमार जैन, अखिल भारतीय जैन एकता संगठन के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश गांधी, बार एसोसिएशन सागवाड़ा के अध्यक्ष लाल शंकर पाटीदार, मुकेश गांधी, नरेंद्र गोवाडिया, कुसुम कांत देवडिया, नटवर लाल मुंशी, कांतिलाल सारगिया, आरएसएस नगर संचालक उमाकांत व्यास, एडवोकेट निमेष जैन, निलेश संघवी, हंसमुख शाह, नटवर लाल शाह, सोहनलाल पालविया, चंद्र शेखर शुक्ला, रजनीश जैन, दिनेश जाँगा, जयंतीलाल पंचोरी, विपिन मेहता, आशीष जैन, आजाद शाह, राकेश बुनकर, अजीत सिंह राव, प्रवीण मुंगेड, राहुल मुंगेड, वैभव जैन, कमल संघवी,भावेश गोवड़िया, बाबूलाल बोहरा, पवन बोहरा सहित कई समाज जन मौजूद रहे।